एम्स पटना में इमरजेंसी और ट्रॉमा सेंटर में अगले सप्ताह से मरीजों का इलाज शुरू हो जाएगा। कोरोना के कारण पिछले डेढ़ साल से इमरजेंसी और ट्रॉमा में इलाज की सुविधा बंद थी। इस कारण यहां दुर्घटना में घायल मरीजों और इमरजेंसी वाले मरीजों का इलाज भी बंद था। एम्स पटना के निदेशक डॉ. प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि इमरजेंसी व ट्रॉमा सेंटर में उपकरणों को लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। एक सप्ताह में वहां गंभीर मरीजों की भर्ती व इलाज की सुविधा शुरू हो जाएगी। मालूम हो कि कोरोना की पहली लहर के दौरान एम्स को डेडिकेटेड कोविड अस्पताल बनाए जाने के बाद से ही इमरजेंसी व अन्य विभागों में मरीजों का इलाज बंद था। लेकिन दूसरी लहर से पहले अन्य विभागों में इलाज शुरू कर दिया गया था। अब पटना समेत राज्य के अन्य हिस्से में कोरोना का प्रकोप बेहद कम हो गया है। एम्स कोविड वार्ड में अब एक ही मरीज भर्ती है। नए गंभीर मरीजों के आने की संख्या भी न के बराबर है। ऐसे में इमरजेंसी और ट्रॉमा सेंटर को पुन: शुरू किया जा रहा है।
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