बीएचयू के भूगोल विभाग में गुरुवार को ऑनलाइन क्लास के दौरान भारत का गलत नक्शा दिखाने का आरोप लगाकर विभाग के छात्र-छात्राओं ने सिंहद्वार के समक्ष नारेबाजी की। उन्होंने आरोपित शिक्षिका के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है।

छात्रों के मुताबिक ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान जो देश का जो नक्शा दिखाया गया, उसमें कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश नहीं दिख रहा था। इसपर छात्रों ने कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन कक्षा के बाद जब कुछ छात्रों ने शिक्षिका से मिलकर आपत्ति दर्ज कराई तो उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया।

बाद में नाराज छात्रों ने भूगोल विभागाध्यक्ष प्रो. आरएस सिंह से शिकायत की। उनकी ओर से भी संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर छात्रों ने बीएचयू के सिंहद्वार पर धरना शुरू कर दिया। छात्रों ने बताया कि गुरुवार को बीए तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों को वीट प्रोडक्शन पढ़ाने के दौरान असिस्टेंट प्रोफेसर सीमा रानी ने भारत का जो मानचित्र दिखाया उसमें कश्मीर एवं अरुणांचल प्रदेश नहीं था।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की बीएचयू इकाई ने इसे आपत्तिजनक बताते हुए अनुशासनात्मक एवं कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। छात्रों के धरने की सूचना पर सिंहद्वार पहुंचे विश्वविद्यालय के प्रॉक्टोरियल बोर्ड के अधिकारियों को छात्रों ने ज्ञापन दिया। ज्ञापन देने के बाद दोनों संपर्क द्वार तो खोल दिए, लेकिन मुख्य द्वार बंद करके धरना जारी रहा। धरना देने वालों में अधोक्षज पांडेय, साक्षी सिंह, सोहन राय, सुयज्ञ, त्रिशला पाठक, विपुल सिंह एवं सुबोधकांत प्रमुख रहे।

बीएचयू के चीफ प्राक्टर ने कहा, ‘राष्ट्रधर्म सर्वोपरि है। इसके साथ छेड़छाड़ स्वीकार नहीं है। भूगोल विभाग में हुए घटनाक्रम को विश्वविद्यालय प्रशासन ने संज्ञान में लिया है। मामले में नियमानुसार कार्रवाई होगी। प्रोफेसर आनंद चौधरी।’

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