प्रेम-प्रसंग में लड़की अपहरण मामले में लड़का पक्ष की मदद करने के आरोपी दर्जनों महिला और पुरुष ग्रामीणों में से केवल एक महिला की खूंटे से बांध कर पिटाई की गई और इसका वीडियो बनाकर वायरल भी कर दिया गया। इस मामले में पीड़िता के आवेदन पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज ली है लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पीड़ित पक्ष थाने के चक्कर लगा रहे हैं।
फारबिसगंज थाने में दर्ज प्राथमिकी में पीड़िता ने बताया कि वे तिरसकुंड समौल की निवासी हैं। कुछ दिन पूर्व गांव की एक लड़की कहीं चली गई थी। इस मामले में उन पर ही लड़की भगाने का आरोप लगाया गया। जब उसने इस आरोप से इनकार किया तो 17 अगस्त 2021 को सभी लोग उनके साथ मारपीट कर घसीटते हुए उक्त लड़की के पिता के दरवाजे पर ले जाकर उन्हें रस्सी से पेड़ में बांध दिया और मारपीट की।
इतना ही नहीं वीडियो को वायरल कर घर का सामान तोड़ते हुए 50 हजार नगद, दो खस्सी एक बकरी 10 भरी चांदी, सोना व अन्य सामान भी लूट लिए। मारपीट के कारण तबीयत खराब हो गई जिसके कारण थाने में विलंब से आवेदन देने की बात कही गई है। आवेदन में पूर्व जिप सदस्य ध्रुव दास एवं उनके भाई अरुण दास सहित कुल 11 लोगों को आरोपी बनाया गया है।
इस संबंध में पीड़िता के पति ने बताया कि वे पंजाब में नौकरी करते है। उनकी पत्नी पर गलत आरोप लगाकर न केवल पेड़ से बांधकर मारपीट की गई बल्कि उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। हालांकि पूर्व जिप सदस्य ध्रुव दास का आरोप है कि इस महिला ने पूरे समाज को परेशान कर रखा है। मामला दर्ज करवा कर मोटी रकम की उगाही उसकी आदत है। लड़की के अपहरण मामले में महिला पर आरोप भी है।
महिला का आरोप बेबुनियाद और साजिशपूर्ण है। इधर इस संबंध में थाना अध्यक्ष एनके यादवेंदु ने कहा कि उक्त महिला के आवेदन पर 22 अगस्त को फारबिसगंज थाना प्राथमिकी संख्या 640/ को प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। वायरल वीडियो की जांच की जा रही है तथा आरोपी को गिरफ्तार करने का प्रयास जारी है। जानकार बताते हैं कि विगत महीने 17 तारीख की घटना लंबे समय तक दबी रही मगर जब इस मामले में पीड़ित पक्ष द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस कार्यालय के चक्कर काटने लगे तो मामला सबके सामने आ गया।