कोरोना के कारण जारी तीसरे चरण के लॉकडाउन में मिली रियायतों के तहत 4 मई से बिहार में बिजली मीटर की रीडिंग शुरू होगी। केंद्र सरकार में बिजली के कामों को प्रतिबंधित श्रेणी में नही रखा है। इसे देखते हुए कंपनी ने मीटर रीडरों को सावधानी बरतते हुए रीडिंग करने का आदेश जारी कर दिया है।
दरअसल कोरोना के कारण जारी देशव्यापी लॉकडाउन में स्पॉट बिलिंग का काम 25 मार्च से ही बंद है। इस दौरान पिछले 3 माह के औसत खपत के आधार पर उपभोक्ताओं को बिजली बिल दिया जा रहा है। 4 मई से केंद्र सरकार ने 2 सप्ताह के लिए फिर से लॉकडाउन बढ़ाया लेकिन इसमें विद्युत कंपनियों के कामों को प्रतिबंधित नहीं किया है। इस आधार पर यह निर्णय लिया गया है कि कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट से जुड़े इलाकों को छोड़कर बाकी इलाकों में 4 मई से मीटर रीडिंग शुरू किया जाए।
बीते मार्च और अप्रैल में औसत बिल दिए जाने के कारण उपभोक्ताओं को असुविधा महसूस हो रही है। अधिकतर लोगों ने बिजली बिल का भुगतान नहीं किया। इसे देखते हुए बिजली कंपनी ने केंद्र से मिली छूट के बाद मीटर रीडिंग करने का निर्णय लिया है। साउथ बिहार कंपनी के महाप्रबंधक राजस्व अरविंद कुमार की ओर से इस बाबत आदेश जारी किया गया है।
बरतेंगे सावधानी
मीटर रीडिंग करते समय मीटर रीडर को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। नियमित रूप से वह मास्क का प्रयोग करेंगे और समय-समय पर अपने हाथों को लगातार साबुन से धोते रहेंगे। व्यक्तिगत तौर पर वे सुरक्षित रहें, उन्हें यह खुद भी सुनिश्चित करना होगा। सभी मीटर रीडर को जिला प्रशासन के निर्देशों का पालन करना है। रीडर अपने साथ अनिवार्य रूप से पहचान पत्र रखेंगे। स्पॉट बिलिंग या मीटर रीडिंग लेने में जहां कहीं भी उन्हें परेशानी या असुविधा हो तो वैसे सभी उपभोक्ताओं को 3 माह की खपत के आधार पर बिजली बिल देंगे।
कंपनी के अनुसार पिछले साल मार्च में 1400 करोड़ तक की वसूली हुई थी जो इस साल इसकी आधी राशि ही आ सकी। बाकी के महीने में कंपनी को 800 करोड़ तक की वसूली हो जाती है पर इस अप्रैल में मुश्किल से 400 करोड़ की ही वसूली हुई है। हालांकि कंपनी ने 30 अप्रैल को ही अपने सभी कार्यरत व सेवानिवृत्त कर्मियों को वेतन और पेंशन दे दिया है। लेकिन कंपनी की सभी योजनाओं और बिजली आपूर्ति व्यवस्था में सुधार का काम जारी रहे, इसके लिए आमदनी का बढ़ना जरूरी है। स्पॉट बिलिंग, मोबाइल वैन कलेक्शन से इसमें इजाफा होना तय है।