असम और मिजोरम के बीच हुए खूनी संघर्ष के बाद तनाव काफी बढ़ा हुआ है। केंद्र सरकार की मध्यस्थता के बाद भी दोनों राज्यों के बीच रिश्ते सामान्य नहीं हो पाए हैं। यही नहीं असम की ओर से हाईवे को रोक दिया गया है, जिसके चलते मिजोरम को जरूरी चीजों की सप्लाई भी बाधित हो रही है। मिजोरम से सटे असम के कस्बे लैलापुर में हाईवे पर स्थित पुलिस चौकी के पास बैरिकेडिंग लगी हुई है और इसके चलते आवाजाही ठप है। ट्रकों की लंबी लाइनें लगी हुई हैं और जरूरी सामानों से लदे ट्रक असम की सीमा में ही खड़े हैं। चारों तरफ से किसी न किसी राज्य से घिरे मिजोरम के लिए असम अहम रूट है। उसके रोक लगाने से असम के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है।
सोमवार को दोनों राज्यों के बीच हुई हिंसा के बाद से ही यहां बड़ी संख्या में वाहन फंसे हुए हैं। खासतौर पर उन ट्रकों को बड़ी समस्या झेलनी पड़ रही है, जो दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसे सुदूर राज्यों से लंबा सफर तय करके पहुंचे हैं। लेकिन नेशनल हाईवे 306 बाधित होने के चलते उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को हुई खूनी झड़प में असम के 6 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी, जबकि एक नागरिक की भी जान चली गई थी। फिलहाल असम और मिजोरम की सीमा पर शांति है, लेकिन माहौल तनावपूर्ण ही बना हुआ है।
सरमा ने किया था नाकेबंदी से इनकार, फिर भी लगी है रोक
इस बीच मिजोरम सरकार ने केंद्र से सीमा पर रोक हटाने की मांग की है। मंगलवार को असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने खुद कहा था कि उसकी सरकार मिजोरम के लिए किसी भी तरह के आर्थिक नाकेबंदी नहीं करने देगी। इसके बाद भी यह स्थिति पैदा हुई है। सीमा चौकी पर तैनात सीआरपीएफ की टुकड़ी आने वाले किसी भी ट्रक, बस या कार को रोक रही है। यहां तक कि लोगों को भी आर-पार जाने की इजाजत नहीं है। लैलापुर में तैनात एक सीआरपीएफ कर्मी ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि हाईकमान से आवाजाही पर रोक का आदेश है।
सीआरपीएफ के सुरक्षाकर्मी ने कहा कि फिलहाल यहां माहौल शांतिपूर्ण है, लेकिन स्थिति कभी भी बिगड़ सकती है। इसलिए हम किसी को भी आने-जाने नहीं दे सकते। मिजोरम की तरफ से ट्रकों को आने दिया जा रहा है, लेकिन हम यहां से किसी को जाने नहीं दे रहे हैं।