काम की खबर: मोबाइल पर आधार लिंक कराने का मैसेज आने पर रहें सावधान

सरकार ने लोगों से मोबाइल सिम, बैंक खाते सहित कई साधनों को आधार से लिंक कराने के लिए कहा है। हालांकि इसके नाम पर लोगों को फर्जीवाड़े का सामना भी करना पड़ रहा है। ऐसे में अलग-अलग साधनों के लिए खुद सही जानकारी लेने के बाद ही अपना आधार संख्या लिंक कराएं।

ये सब आधार कार्ड से लिंक होंगे
बैंक खाते, मोबाइल सिम, म्यूचुअल फंड्स, पैन, मृत्यु प्रमाण पत्र, डीबीटी (सरकारी योजनाओं में सब्सिडी), ईपीएफ खाता आदि। हालांकि बैंक, दूरसंचार ऑपरेटर और अन्य एजेंसियां उपभोक्ताओं को आगाह कर चुकी हैं कि फोन पर किसी को संवेदनशील जानकारी देने से बचें।

एलआईसी सिर्फ वेबसाइट से कराता है आधार लिंक
अगर आपने सरकारी जीवन बीमा कंपनी से पॉलिसी खरीद रखी है तो यह याद रखें कि एलआईसी वेबसाइट के माध्यम से आधार लिंक कराता है। कोई मैसेज सुविधा नहीं है। सोशल मीडिया के जरिये एलआईसी के पॉलिसीधारकों को एक मैसेज भेजा जा रहा है, जिसमें एसएमएस के जरिये अपनी पॉलिसी को आधार से लिंक करने के लिए कहा जा रहा है। इस मैसेज में एलआईसी के लोगो और एंबलम का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे बचें।

ईपीएफओ की वेबसाइट पर से करें आधार लिंक
-ईपीएफओ की वेबसाइट epfindia.gov.in पर जाएं और यहां बाईं ओर दिए गए पेज Online Services वाले हिस्से पर जाएं।
-ऑनलाइन सर्विसेज में आपको e-KYC Portal का विकल्प दिखेगा। इस पर क्लिक करें।
-इसके बाद एक नया विंडो खुलेगा। यहां पर आपको LINK UAN AADHAAR का विकल्प नज़र आएगा। इस पर क्लिक करें। इससे पेज रिफ्रेश हो जाएगा।
-नए विंडो में आपसे कुछ जरूरी जानकारियां मांगी जाएंगी। यहां यूएएन नंबर और मोबाइल नंबर के बारे में पूछा जाएगा। ध्यान रखें कि आपको यहां पर वही मोबाइल नंबर डालना है जो यूएएन नंबर के साथ रजिस्टर है।

सावधानी बहुत जरूरी
-कभी भी आधार को लिंक कराने के लिए आए किसी फोन कॉल को लेकर सावधान रहें।
-आधार से लिंक कराने के लिए आए एसएमएस के निर्देशों का पालन न करें अन्यथा आप धोखाधड़ी के शिकार हो सकते हैं।
-संबंधित संस्थान जाकर आधार को लिंक कराने की प्रक्रिया की पड़ताल करें।

आरबीआई ने छेड़ा अभियान
फर्जीवाड़े और जालसाजी से बचाने के लिए रिजर्व बैंक ने ‘सुनो आरबीआई क्या कहता है’ अभियान शुरू किया है। इसके तहत लोगों को एसएमएस भेजकर जानकारी दी जाएगी। रिजर्व बैंक ने यह कदम कॉल, एसएमएस और ईमेल के जरिये धोखाधड़ी और ठगी की घटनाएं के बढ़ने के बीच उठाया है।

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