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माता पिता सतर्क रहें

Teenage बच्चों का मस्तिस्क काफी complex और confuse रहता है। एक जाने माने  neuroscientist का कहना है की teenage brain पूरी तरह से develop भी हुआ होता है जिससे ये एक adult brain की तरह काम नहीं कर सकता, ये एक ऐसे Driver की तरह होता है जिसे गाड़ी चलाना तो आता है लेकिन Brake का इस्तेमाल नहीं आता जिससे ये आगे चलकर accident भी कर सकता है।

ऐसे बच्चे जिनके माता पिता काम में व्यस्त रहते हैं वो अपने बच्चों को सही समय नहीं दे पाते जिससे उनके बच्चे बहुत ही अकेला महसूस करते हैं, उन्हें उनका जीवन बिलकुल भी अच्छा नहीं लगता और वो इससे छुटकारा पाना चाहते हैं। जिसके लिए वो इंटरनेट में ऐसे तरीके ढूँढ़ते रहते हैं जिससे की वो आसानी से suicide कर सकें। इसलिए ऐसे बच्चों का माता पिता खास ख्याल रखना चाहिए जिससे की उनके मन में ऐसे suicide की भावना पैदा ही न हो।

ऐसे में माता पिता क्या करें

वैसे तो बच्चों को online की दुनिया से पूरी तरह से हटाया नहीं जा सकता लेकिन online दुनिया में बिताया जाने वाला समय ज़रुर कम किया जा सकता है। जैसे की हमें पता है की Online में बड़ी आसानी से बहुत से restricted content के बारे में पता किया जा सकता है। तो ऐसे में आप ऐसे software का इस्तेमाल करें जिससे की ऐसे content पहले से ही filter हो जाएँ, और इसके साथ साथ आप अपने बच्चों के online activity पर नज़र रखें जिससे आपको उनके गतिविधियों के बारे में पता चल सके।

अपना समय निकालकर अपने बच्चों को समय दें, उनसे बात करें, उनके कामों में अपना interest जाहिर करें। उन्हें ये बिलकुल भी महसूस न होने दें की वो अकेले हैं।  यदि वो कोई शरारत करते हैं तब उन्हें डांट फटकार या पिटाई न करें बल्कि उनसे ऐसे बर्ताव का कारण जानने की कोशिश करें। उनके प्रत्येक online गति-विधि के ऊपर नज़र रखें।

Media Literacy (साक्षरता) का महत्व

हम 21वी सताब्दी में जी रहे हैं। अभी के समय में जहाँ हाल ही में पैदा हुआ शिशु भी online के संपर्क में आ जाता है। वहां बच्चों में Media Literacy का खास महत्व है। इसी कारण हमें अपने बच्चों को online से पैदा हो रही risks के बारे में पहले से ही अवगत कराना होगा ताकि वो इन सभी मुसीबतों के लिए तैयार हों।

जैसे की हम जानते हैं की हमारे देश में 300% से भी ज्यादा अच्छे psychologists का अभाव है। और ऐसे में हमें अपने बच्चों को online दुनिया से बचने के लिए उन्हें इनसे हो सकने वाली मुसीबतों के बारे में सूचित करना होगा ताकि वो सच्चाई से वाकिब हों। उन्हें अभी से online और real world के बारे में अंतर पता होना चाहिए। ताकि वो Fantasy और Reality में अंतर जान सकें।

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