हम क्या थे, क्या होते जा रहे हैं…
हम क्या थे, क्या होते जा रहे हैं... ख़त्म होती मानवीय संवेदना !!!
बात कुछ दिन पहले की है। हम गाँधी मैदान से डाक बंगला...
वो जो हम में तुम में क़रार था
वो जो हम में तुम में क़रार था
डिअर अनिमेष,
आज तुम घर आओगे तो रोज की तरह मैं घर पर तुम्हारा इंतजार करती हुई नहीं...
अकेलापन ! एक नयी शुरुआत
अकेलापन ! एक नयी शुरुआत
अशोक अपने छोटे से बगीचे में बैठकर सुबह की चाय का आनंद ले रहे थे तभी सामने से वर्मा जी...
Making Difference
Making Difference
As she stood in front of her fifth grade class on the first day of school she told the children she loved them...
मुझ मे है तू !!
मुझ मे है तू
आज जब मैंने उसकी तस्वीर दीवार पर लगायी तो लगा मानो वो सामने ही खड़ी है। अन्विता ने उस पर लगाने...
इंतजार और नहीं !! ( A Love Story )
इंतजार और नहीं !! : प्रेम कथा
ज्योत्सना की मौत की खबर 10-12 दिन पहले आई तब मैं शहर से बाहर था पता चला दिल...
पोशाक
चारो ओर अफ़रा_तफ़री का माहौल था।।
बाहर से जितना शान्त और भव्य दिख रहा था
अंदर से उतना ही बेचैन ,बौखलाहट से भरा हुआ।।
किसी के चेहरे...
बहरूपिया साधु ने रखी वेश की लाज
story of king and fake priest read here
जब बोस ने अपनी सूझ बुझ से बढ़ाया भारतीयों का मान
जब बोस ने अपनी सूझ बुझ से बढ़ाया भारतीयों का मान
आज़ादी के क्रन्तिकारी नेताओ (Freedom fighter) में से एक सुभाष चंद्र बोस से सभी...
पुनरावृत्ति (Story about a women)
पुनरावृत्ति : Story about a women
निधि ने अपनी माँ आरती की तरफ देखा। माँ सब्जी काटने में लगी थी। निधि मौका देखकर स्वाति का...