मेडिकल कॉलेज में एडमिशन का झांसा दे इस डॉक्टर ने ठग लिए एक करोड़ 46 लाख

फतुहा पीएचसी के डॉक्टर गणपत मंडल पर मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलवाने के नाम पर एक करोड़ 46 लाख रुपये की ठगी का आरोप लगा है। जिन बच्चों को डॉक्टर ने मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलवाने का वायदा किया था उन सभी के पिता बिहार सरकार में बड़े अफसर हैं। एक कमर्शियल टैक्स ऑफिसर की पत्नी किरण कुमारी ने ठगी के बाबत कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है।
एफआईआर में अन्य अभिभावकों ने भी हस्ताक्षर किए, कोतवाली पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है। आरोपित डॉक्टर का मोबाइल बंद है। उससे किसी तरह का संपर्कनहीं हो पा रहा। पुलिस के मुताबिक कोलकाता के एक मेडिकल कॉलेज में दाखिले के नाम पर ठगी की गई। डॉक्टर के अलावा उसकी पत्नी, बेटी सहित अन्य चार पर भी प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
फर्जी कागजात देने पर हुआ शक : एक छात्र की मां किरण कुमारी के मुताबिक पूरे रुपये देने के बाद जब एडमिशन लेने की बारी आई तो डॉक्टर गणपत ने उन्हें हॉस्टल और लाइब्रेरी के एलॉटमेंट के कागजात दिए। एडमिशन से संबंधित कागजात भी डॉक्टर ने सभी के घरों पर भेजवाया। सभी कागजात फर्जी निकले। इसके बाद अफसरों को शक हुआ। बाद में उन्हें खुद के साथ ठगी होने का पता चला।
डॉक्टर की बेटी ने छात्रों  से किया था संपर्क
आरोप है कि डॉक्टर की बेटी ने छात्रों से संपर्क किया। सबसे पहले उसने किरण के बेटे से बात कर उसे सारी बात बतायी। वह नीट क्वालीफाई कर चुका है। छात्र को झांसे में लेकर डॉक्टर की बेटी ने कहा कि उसके पिता कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलवा देंगे। इसके लिए साढ़े 35 लाख रुपये देने होंगे।
रुपये धीरे-धीरे कर दे दिये गए। इसी तरह आशियाना-दीघा रोड के रहनेवाले हाकिम प्रसाद की पत्नी सीमा प्रसाद से भी डॉक्टर की बेटी ने संपर्क किया। उनके बच्चे का दाखिला करवाने के नाम पर 31 लाख रुपये ठग लिए गए। अमरूद्दी गली के रहने वाले संजय कुमार गुप्ता की पत्नी रेखा गुप्ता भी जालसाजों के झांसे में आ गयीं।
उनसे 28 लाख 50 हजार रुपये ठग लिऐ गए। कमलेश कुमार सिंह के बच्चे का एडमिशन करवाने के नाम पर ठगों ने 20 लाख 50 हजार रुपये की ठगी की। रुपसपुर के विद्या सागर पासवान की पत्नी विनिता पासवान के बच्चे का दाखिला करवाने के नाम पर साढ़ेबीस लाख रुपये ऐंठ लिए गए।
पीड़ितों के पास पूरा सबूत
पीड़ित परिवार के पास डॉक्टर मंडल के खिलाफ पूरा सबूत है। बकायदे उसकी आवाज की रिकॉर्डिंग, डॉक्टर द्वारा दिये गए फर्जी कागजात व अन्य चीजें छात्रों के अभिभावकों ने सौंप दी हैं।
फतुहा पीएचसी में तैनात डॉक्टर गणपत मंडल पर एफआईआर दर्ज की गयी है। उसकी तलाश जारी है। ठगी का आरोपित डॉक्टर फिलहाल फरार है।

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