TENNIS: दिल जीत लेगा पेस का ये बयान, बताया क्यों नहीं लेना चाहते हैं संन्यास

टेनिस से संन्यास के बार-बार उठते सवाल पर उन्होंने कहा, ‘फिलहाल मैं अपने टेनिस करियर के खूबसूरत मोड़ से गुजर रहा हूं, जिसमें मुझे कुछ साबित नहीं करना है। अभी भी गेंद और कोर्ट पर कंट्रोल बनाने में कामयाब रहना ही मेरी प्रेरणा है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं खेल का मजा ले रहा हूं। मैंने सब कुछ हासिल कर लिया है। अब मैं अपने लिए खेल रहा हूं। मैं लोगों को प्रेरित करना चाहता हूं कि अगर लिएंडर कठिन दौर से जूझने के बावजूद ये कर सकता है तो कोई भी कर सकता है।’

उन्होंने कहा, ‘हम ऐसे दौर में जी रहे हैं जिसमें जीवन बहुत कठिन है। हर जगह आतंकवाद है, गरीबी है, रहन-सहन का खर्च बढता जा रहा है, इतने घोटाले हो रहे हैं लेकिन आपको अच्छे रोल मॉडल की जरूरत है जो बता सके कि जिंदगी कठिन है लेकिन अच्छी भी हो सकती है।’

ये पूछने पर कि क्या वो अभी भी एक और एशियाई खेल और ओलंपिक खेलना चाहते हैं, उन्होंने कहा, ‘मैं इसलिये खेलता हूं क्योंकि मुझे इसमें मजा आता है। उसके साथ अगर ये भी खेलता हूं तो बहुत अच्छा है।’ उन्होंने कहा कि वो इस साल अधिक मजबूत हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरे शरीर के निचले हिस्से में ताकत बढ़ी है। पुणे में मेरी सर्विस बहुत दमदार थी और वे (रोहन बोपन्ना और जीवन नेदुंचेझियान) मेरी सर्विस के आसपास भी नहीं थे।

टेनिस से संन्यास के बार-बार उठते सवाल पर उन्होंने कहा, ‘फिलहाल मैं अपने टेनिस करियर के खूबसूरत मोड़ से गुजर रहा हूं, जिसमें मुझे कुछ साबित नहीं करना है। अभी भी गेंद और कोर्ट पर कंट्रोल बनाने में कामयाब रहना ही मेरी प्रेरणा है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं खेल का मजा ले रहा हूं। मैंने सब कुछ हासिल कर लिया है। अब मैं अपने लिए खेल रहा हूं। मैं लोगों को प्रेरित करना चाहता हूं कि अगर लिएंडर कठिन दौर से जूझने के बावजूद ये कर सकता है तो कोई भी कर सकता है।’

उन्होंने कहा, ‘हम ऐसे दौर में जी रहे हैं जिसमें जीवन बहुत कठिन है। हर जगह आतंकवाद है, गरीबी है, रहन-सहन का खर्च बढता जा रहा है, इतने घोटाले हो रहे हैं लेकिन आपको अच्छे रोल मॉडल की जरूरत है जो बता सके कि जिंदगी कठिन है लेकिन अच्छी भी हो सकती है।’

ये पूछने पर कि क्या वो अभी भी एक और एशियाई खेल और ओलंपिक खेलना चाहते हैं, उन्होंने कहा, ‘मैं इसलिये खेलता हूं क्योंकि मुझे इसमें मजा आता है। उसके साथ अगर ये भी खेलता हूं तो बहुत अच्छा है।’ उन्होंने कहा कि वो इस साल अधिक मजबूत हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरे शरीर के निचले हिस्से में ताकत बढ़ी है। पुणे में मेरी सर्विस बहुत दमदार थी और वे (रोहन बोपन्ना और जीवन नेदुंचेझियान) मेरी सर्विस के आसपास भी नहीं थे।

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