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लालू प्रसाद यादव को दोषी करार दिये जाने के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू

पटना : चारा घोटाला मामले में बिहार के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों लालू प्रसाद यादव और डॉ जगन्नाथ मिश्र समेत 50 लोगों को दोषी करार दिये जाने के बाद बिहार में आरोप-प्रत्यारोप का दौर एक बार फिर शुरू हो गया है। मालूम हो कि रांची स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने चाईबासा कोषागार से पशुचारा के नाम पर फर्जी कागजात के आधार पर करोड़ों रुपये की निकासी के मामले में लालू प्रसाद यादव और डॉ जगन्नाथ मिश्र समेत 50 लोगों को दोषी ठहराया। वहीं, छह लोगों को बरी कर दिया गया।

चाईबासा कोषागार घोटाला मामले में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को दोषी करार दिये जाने की सूचना ने बिहार में सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है। पक्ष-विपक्ष के नेताओं का आरोप-प्रत्यारोप भी फैसला आते ही शुरू हो गया है। बिहार के उपमुख्यमंत्री सह भाजपा नेता सुशील मोदी ने जहां कहा है कि ‘यह आश्चर्य की बात नहीं है। ऐसा ही फैसला आने की उम्मीद थी। राजद की ओर से आनेवाला बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. उनके कहने का तात्पर्य क्या है, भाजपा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ सीबीआई की विशेष अदालत के जज मिल कर उन्हें फंसा रहे हैं?

वहीं, चारा घोटाला के तीसरे मामले में लालू प्रसाद को दोषी करार दिये जाने पर बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व लालू प्रसाद के छोटे तेजस्वी यादव ने कहा कि लोग जानते हैं कि भाजपा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और सबसे अधिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू के खिलाफ साजिश रची है। हम इन सभी फैसलों के खिलाफ उच्च न्यायालयों में पहुंचेंगे।

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