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राज्य में सिपाही पद पर बहाल होने के लिए केंद्रीय चयन परिषद द्वारा ली गई परीक्षा शक के घेरे में आ गई है।

सिपाही भर्ती परीक्षा का आंसर शीट और प्रश्नपत्र फिर वायरल, बोर्ड का ये दावा

पटना: राज्य में सिपाही पद पर बहाल होने के लिए केंद्रीय चयन परिषद द्वारा ली गई परीक्षा शक के घेरे में आ गई है। रविवार को करीब तीन दर्जन जिलों में परीक्षा शुरू होने से पहले ही एक बार फिर आंसर व प्रश्नपत्र वाट्सएप पर वायरल हो गए। पहली पाली की परीक्षा 10 बजे से हुई पर कई परीक्षार्थियों के वाट्सएप पर परीक्षा माफियाओं ने 9:54 बजे ही हैंड रिेटेन आंसर भेज दिया। यही नहीं, कइयों के वाट्सएप पर परीक्षा शुरू होने से पहले पेपर पहुंच गया। जब अभ्यर्थी परीक्षा देकर बाहर आए तो वायरल हुए उत्तर व प्रश्नपत्र को सही पाया।

इनका कहना है कि आंसर व पेपर आउट हुआ है। परिषद परीक्षा को रद्द करे। यही नहीं, किसी ने परिषद के अध्यक्ष के वाट्सएप पर भी करीब 12 बजे प्रश्नपत्र भेज दिया। उसमें पेपर का पहला पेज था जिसमें बार कोड था। द्विवेदी ने कहा कि जो बार कोड वाट्सएप पर आया है, वह सही है। पिछले रविवार को भी परीक्षा हुई थी जिसमें प्रश्नपत्र व आंसर वायरल हुआ था।

सबसे बड़ा सवाल आखिर प्रश्नपत्र कैसे आ गया बाहर

सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर प्रश्नपत्र परीक्षा माफियाओं के हाथ कैसे लग गया जो वाट्सएप पर वायरल हुआ। परीक्षा समाप्त होने के बाद पेपर बाहर ले जाने की इजाजत नहीं होती है। परीक्षा खत्म होने के बाद अभ्यर्थी पेपर और ओएमआर शीट वीक्षक को देकर बाहर आते हैं। क्या सेटरों ने फर्जी कंडीडेट को बैठा दिया या एग्जाम सेंटर मैनेज किया। कहीं ऐसा तो नहीं कि परीक्षा माफियाओं ने कुछ फर्जी कंडीडेट को बैठा दिया जो एग्जाम शुरू होने के फौरन बाद पेपर लेकर चंपत हो गया। अगर ऐसा हुआ तो केंद्राधीक्षक क्या कर रहे थे। कहीं ऐसा तो नहीं कि सेटरों ने किसी परीक्षा केंद्र को ही मैनेज कर लिया जो अक्सर होता रहा है, वहीं से यह सब खेल हुअा।

अगर परीक्षा केंद्र से किसी ने फोटो भेजा तो वहां मोबाइल कैसे पहुंचा

अगर केंद्र से किसी ने पेपर का फोटो खींच कर वाट्सएप कर दिया तो सवाल यह है कि आखिर कंडीडेट सेंटर पर मोबाइल लेकर कैसे पहुंच गया। कहीं ऐसा तो नहीं कि ट्रेजरी से सेंटर तक पेपर ले जाने के दौरान सेटरों ने ही उसे आउट करा दिया।

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3.35 लाख परीक्षार्थी शामिल, गड़बड़ी के आरोप में 50 से अधिक गिरफ्तार

9900 सिपाहियों की बहाली को लेकर रविवार को लिखित परीक्षा के तीसरे चरण में 32 जिलों में 592 केंद्रों पर 3.35 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए। हाइटेक चीटिंग व अन्य गड़बड़ी के आरोप में 50 से अधिक की गिरफ्तारी की सूचना है।

सिपाही बहाली की परीक्षा में 592 केंद्रों पर 3.35 लाख परीक्षार्थी

बिहार पुलिस में 9900 सिपाहियों की बहाली को लेकर रविवार को लिखित परीक्षा के तीसरे चरण में 32 जिलों में 592 केंद्रों पर 3.35 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए। केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) के मुताबिक परीक्षा के दौरान हाइटेक चीटिंग व अन्य गड़बड़ी करने के आरोप में बांका, समस्तीपुर, भभुआ व अन्य जिलों से 50 से अधिक गिरफ्तारी की सूचना है। जबकि पुलिस मुख्यालय के मुताबिक कदाचार करने या कराने के आरोप में 74 को गिरफ्तार किया गया। दरअसल, कुल 11.35 लाख आवेदकों में 9900 सिपाहियों का चयन होना है। आवेदकों की अधिक संख्या के कारण तीन चरणों में परीक्षा आयोजन का निर्णय हुआ था। बीते 15 अक्टूबर को 716 केंद्रों पर दो चरणों में हुई परीक्षा में 7.92 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। तब हाईटेक चीटिंग या अन्य गड़बड़ी करते 63 अभ्यर्थियों व अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

ब्लूटूथ डिवाइस और मोबाइल मिले

सिपाही बहाली की लिखित परीक्षा के दौरान शातिरों ने धांधली की हाईटेक व्यवस्था कर रखी थी, पर विफल रहे। खास फॉर्मूला आजमाया लेकिन समय रहते जालसाजी की पोल खुल गई। इसी कड़ी में समस्तीपुर आैर भभुआ में एक-एक परीक्षार्थी के पास से मोबाइल बरामद किया गया। बांका में भी एक अभ्यर्थी ब्लूटूथ डिवाइस के साथ पकड़ा गया।

नये पैटर्न पर होगी बहाली

नए पैटर्न पर सिपाहियों की बहाली होगी। लिखित परीक्षा केवल फिजिकल के लिए क्वालिफाइंग होगी। अब 100 अंकों की शारीरिक परीक्षा में मिले अंकों के आधार पर बहाली होगी आैर अभ्यर्थियों को 100 अंकों की लिखित परीक्षा सिर्फ पास करनी है। शारीरिक परीक्षा में दौड़, गोला फेंक, ऊंची कूद के अंक तय कर दिए गए हैं आैर इसके आधार पर मेरिट लिस्ट बनेगी। आवेदक के लिए इंटर स्तर की परीक्षा पास होना जरूरी है। इसके लिए पुलिस मैनुअल 1978 की कई धाराओं में बदलाव किए गए हैं। इस संशोधन को लेकर मार्च 2017 में गृह विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी थी।

बिहार पुलिस में बल की कमी

कैटेगरी      स्वीकृत बल      उपलब्ध बल      रिक्तियां
सिपाही         72,039         60,360     11,679
हवलदार       12,217         6107        6110
(नोट : सिपाही के प्रमोशन से हवलदार के पद भरे जाते हैं।)

कदाचार मुक्त परीक्षा हुई

केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) के अध्यक्ष केएस द्विवेदी ने बताया कि कदाचार मुक्त परीक्षा हुई है। कहीं से किसी तरह की गड़बड़ी की सूचना नहीं है। मोबाइल या ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए हाईटेक चीटिंग का प्रयास करते कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

अध्यक्ष का दावा-नहीं आउट हुआ प्रश्नपत्र

परिषद के अध्यक्ष केएस द्विवेदी ने दावा किया कि प्रश्नपत्र आउट नहीं हुआ है। किसी जिले से सूचना नहीं है। वे इस बात से सहमत दिखे कि हो सकता है कि परीक्षा माफियाओं ने पेपर अाउट कराने के लिए कुछ फर्जी कंडीडेट को बैठाया हो जो पेपर लेकर परीक्षा केंद्र से भाग गए हों। उनका यह भी कहना है कि परीक्षा सेटर मोबाइल की घड़ी का समय गलत सेट करते हैं ताकि एग्जाम रद्द हो जाए और उन्हें दुबारा कंडीडेट से रकम लेने का मौका मिल जाए। परिषद का काम पेपर सेट कर सुरक्षित ट्रेजरी में पहुंचाना है। परीक्षा लेने की जिम्मेवारी जिला प्रशासन की है।

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