4वैज्ञानिकों का दावा 

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अंग्रेजों ने इस खज़ाने को पाने के लिए इसे तोपों से तोड़ने की नाकाम कोशिशें की.उन तोप के गोलों के निशान आज भी दीवारों पर देखे जा सकते है। भारत के अन्य कई राजाओ ने भी इसे तोड़ने की कोशिश की पर असफल रहे।  वैज्ञानिकों ने भी पड़ताल किया तो पाया की यदि इसे तोडा तो हो सकता है गर्म पानी जैसा कुछ निकले जो खज़ाने तक पहुंचने न दे इसलिए इसे तोड़ने का प्रयास बंद कर दिया गया।  कुछ लोगो का मानना है की खज़ाने तक पहुँचने का रास्ता वैभरगिरि पर्वत से होकर सप्तवर्णी तक जाता है जो गुफा के दूसरी तरफ है।  लोगो ने यहाँ से भी कोशिश की पर असफल रहे। 

 

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