राज्य में बंदी के बाद देसी से दोगुनी विदेशी शराब जब्त
राज्य में शराबबंदी के तहत एक लाख 21 हजार 584 लोग गिरफ्तार किए गए। पुलिस और उत्पाद विभाग द्वारा की गई छापेमारी में लगभग आठ लाख 23 हजार लीटर अवैध देसी शराब जब्त की गई। इसके अलावा लगभग साढ़े सोलह लाख अवैध विदेशी शराब भी जब्त हुई।
विधान परिषद में यह जानकारी उत्पाद मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने गुरुवार को दी। श्री यादव परिषद सदस्य दिलीप कुमार जायसवाल के तारांकित प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। उन्होंने कहा कि इस अवधि में शराबबंदी को लेकर छह लाख 51 हजार से अधिक स्थानों पर छापेमारी हुई। इसमें चार लाख 34 हजार छापेमारियां पुलिस ने की। दो लाख 67 हजार स्थानों पर छापेमारी उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने की। इनमें देसी और विदेशी शराब के अलावा लगभग 12 हजार लीटर बीयर भी बरामद की गई। साथ ही एक लाख 22 हजार लीटर स्प्रीट भी जब्त किया गया। 23 सेचेट मशीन और 469 चुलाई बनाने वाली मशीन भी जब्त हुई।
प्रश्नकर्ता श्री जायसवाल ने जिलावार गिरफ्तारियों और जब्तियों की सूची भी मांगी थी। लिहाजा मंत्री ने हर कार्रवाई की जिलावार सूची भी सदन के पटल पर रखी। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में सख्त है। सरकार ने पांच अप्रैल 2016 को हुई कैबिनेट की बैठक के बाद शराबबंदी की घोषणा की थी। राज्य में तत्काल प्रभाव से पूर्ण शराबबंदी लागू हो गई थी। एक अप्रैल से बिहार के गांवों में शराब की बिक्री बंद हुई थी। साथ ही शहरों में देसी शराब की बिक्री बंद कर सरकारी दुकानों से विदेशी शराब की बिक्री का निर्णय लिया गया। लेकिन लोगों की मांग पर सरकार ने पांच अप्रैल 2016 से बिहार में देसी-विदेशी सहित किसी भी तरह की शराब की बिक्री, उपभोग, खपत आदि पर पूरी तरह रोक लगा दी।