21 दिनों के लॉकडाउन का आज आठवाँ दिन था। रोज की तरह ही पटना साहिब के आदर्श कॉलोनी का रहने वाला सुरेश अपनी मालढ़ोने वाली पियाजियो से उतरा, वो पेशे से ड्राइवर है, चुकी उसका काम लॉकडाउन में अनिवार्य सेवा के तहत खाद्य सामग्री व कृषि से संबंधित महत्वपूर्ण चीज़ों की आपूर्ति का है। इसलिए उसे लॉकडाउन में भी बाहर आना-जाना पड़ रहा था। लेकिन आज घर का दरवाजा छुए बिना ही उसने पहले घर के नंबर पर फ़ोन मिलाया, अंदर से उसके भाई ने दरवाजा खोल दिया। सुरेश ने अंदर घुसते ही अपना मास्क उतारा और सबसे पहले नल के पास जाकर साबुन से पैर- हाथ एवं मुँह अच्छी तरह धोने लगा।

ये एहतिहात वो पिछले कई दिनों से बरतने लगा था। आखिर इसके पीछे कारण भी बहुत गंभीर जो था। अब कोरोना विश्वमारी से बचने के लिए उसने व उसके परिवार ने कमर कस लिया है। प्रशासन के आदेश के आलोक में उसने तत्काल स्वयं ही अनिवार्य सेवा एवं अन्य जानकारियां लिख कर अपनी गाड़ी पर भी लगा दिया, जिससे पुलिस को पता चल सके कि उसकी गाड़ी से खाद्य सामग्री की ढुलाई हो रही है।

हालांकि उसने अखबार में पढ़कर नोट किये नंबर पर इ-पास के लिए आवेदन भी दे दिया है, जो उसे जल्दी ही मिल जाएगा, उसने बतलाया कि वार्ड पार्षद से भी उसने इ पास के लिए बातचीत की है।

तो कुछ इस तरह से साफ़ सफाई कर कोरोना से जंग जीतने की मुहिम सुरेश एवं उसके परिवार में चल रही है। क्या आपको भी लॉकडाउन में घरों से बाहर जाना पड़ रहा है? क्या आप भी हैं एक कोरोना वारियर ? तो लिख भेजिए अपनी मुहिम की कुछ तस्वीरें व कहानी हमारे ईमेल info@thebiharnews.in पर।
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आइये हम घर पर रहकर ही साफ सफाई रखते हुए उनका साथ दे जो लॉकडाउन में भी अपने अपने घरों से बाहर निकल कर हमारे लिए काम कर रहे हैं।

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Udhav has completed his Bachelor's and Master's degree in Journalism and Mass Communication from Nalanda Open University in Patna. He writes about all social issues and as he says in his own words, "HE IS A JOURNALIST BY EDUCATION"