भारत में 14 राज्यों में सक्रिय मरीजों से ज्यादा लोग हुए स्वस्थ
देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच राहत की बात यह है कि बड़ी संख्या में मरीज ठीक भी हो रहे हैं। देश के 14 राज्यों में इलाज करा रहे मरीजों की संख्या से ज्यादा स्वस्थ हो चुके मरीजों की तादाद है। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, यह आंकड़े लोगों में कोरोना को लेकर कायम भय को दूर करेंगे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक 48 फीसदी लोग कोरोना की जंग जीत चुके हैं। कई राज्यों में स्वस्थ होने की दर और भी अच्छी है। पंजाब में यह सर्वाधिक 88 फीसदी है। वहां 2263 में से 1987 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
इसके अलावा देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में स्वस्थ हुए रोगियों की संख्या ज्यादा है। यहां स्वस्थ होने की दर 61 फीसदी के करीब है। यूपी में 4709 लोग स्वस्थ हुए हैं, जबकि 2901 उपचाराधीन हैं। कुल रोगी वहां 7823 दर्ज किए हैं।
वहीं हरियाणा में 1048 ठीक हो चुके हैं तथा 1023 उपचाराधीन हैं। स्वस्थ होने की दर 50 फीसदी के करीब है। तेलंगाना में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या 1428 तथा उपचाराधीन 1188 हैं। आंध्र में स्वस्थ 2349 एवं उपचाराधीन 1268, चंढीगढ़ में स्वस्थ 199 तथा उपचाराधीन 90, गोवा में क्रमश: 199 एवं 90, लद्दाख में 43 एवं 31, ओडिशा में 1126 स्वस्थ एवं 815 उपचाराधीन तथा त्रिपुरा में यह संख्या क्रमश 173 एवं 140 है। अंडमान निकोबार में सारे 33 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
बेहतर प्रबंधन से ठीक हुए
यह बीमारी के बेहतर प्रबंधन का नतीजा है। महाराष्ट्र के बाद सर्वाधिक रोगियों वाले तमिलनाडु में अब तक 22333 लोग संक्रमित हुए, पर इनमें से करीब 57% यानी 12757 स्वस्थ हो चुके हैं तथा 9403 उपचाराधीन हैं। मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी मामले तेजी से बढ़े थे। मध्य प्रदेश में 8089 तथा राजस्थान में 8831 लोग संक्रमित हुए हैं, लेकिन मप्र में 4842 स्वस्थ हो चुके हैं तथा 2897 उपचाराधीन हैं। राजस्थान में 5927 स्वस्थ हो चुके हैं,2710 उपचाराधीन हैं।
गुजरात आंकड़ों से भी राहत
गुजरात के आंकड़े भी राहत प्रदान करते हैं। यहां तेजी से कोरोना फैला था। कुल संक्रमितों की संख्या पर नजर डालें तो 16779 रोगियों के साथ यह चौथे नंबर पर है, लेकिन यहां 9919 रोगी स्वस्थ हो चुके हैं तथा 5822 अस्पताल में हैं।
अब तक कुल कितने मरीज?
देशभर में कोरोना संक्रमण के करीब 8400 नए मामले सामने आने के बाद भारत में कोविड-19 के मरीजों की संख्या एक लाख 90 हजार के पार पहुंच गई, हालांकि ठीक होने वाले भी बढ़े हैं और इनकी संख्या करीब 92,000 हो गई है। वहीं, देश के कई शहरों में लॉकडाउन की पाबंदियों में ढील दी गई जिससे सड़कों पर यातायात फिर बढ़ गया और कई जगह जाम जैसे हालात भी बन गए।