लापरवाही: बिहार में 12वीं क्लास के 300 छात्रों के जारी हुए दो-दो एडमिट कार्ड
बिहार बोर्ड के छात्र-छात्राओं की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। रोज एक न एक लापरवाही सामने आ रही है। इस बार इंटरमीडिएट के तीन सौ छात्रों को दो-दो एडमिट कार्ड जारी करने का मामला प्रकाश में आया है। इन छात्रों का कॅरियर दांव पर लग गया है। एक तरह बोर्ड स्कूल को गलत बता रहा है तो दूसरी तरफ स्कूल प्रशासन बोर्ड को जिम्मेवार बता रहा है। हालांकि इन दोनों की खींचतान का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। इस बार रद्द कॉलेज की जगह पर दूसरे कॉलेज से टैगिंग कराया गया। इसमें यह मामला फंसा।
छात्र महफूज आलम का रौल नंबर 17040033 था। इसी रौल नंबर पर महफूज आलम ने इंटरमीडिएट 2017 की सैद्धांतिक व प्रैक्टिकल दिया था, लेकिन जब इंटर का रिजल्ट आया तो वेबसाइट पर रौल नंबर इनवैलिड दिखने लगा। इसके बाद महफूज 25 दिन तक बोर्ड का चक्कर लगाया तो पता चला कि उसके रौल नंबर को बदल दिया गया है। इसके बाद बोर्ड ने उसका नया रौल नंबर 17011270 जारी किया। इस रौल नंबर पर महफूज को रिजल्ट मिला और 343 अंक मिले। पर प्रैक्टिकल में अनुपस्थित दिखा फेल कर दिया गया। यह स्थिति एक नहीं, बल्कि तीन सौ छात्रों की है। ये विद्यार्थी टॉपर घोटाला के आरोपित बच्चा राय के कॉलेज विशुन देव कॉलेज, वैशाली के हैं। इसी कॉलेज के छात्रों का 2016 में रिजल्ट रद्द कर दिया गया था। इन छात्रों को 2017 में दूसरे कॉलेज से एलएन कॉलेज, भगवानपुर से फॉर्म भरवाया गया। बोर्ड ने उसी आधार पर एडमिट कार्ड जारी किया। सभी ने आरएन कॉलेज हाजीपुर केंद्र पर परीक्षा दी।
नहीं दी गई जानकारी
कॉलेज की गलती हो या बिहार बोर्ड की, लेकिन इसकी जानकारी छात्रो को नहीं दी गई। छात्र को एक एडमिट कार्ड मिला और उसी पर परीक्षा दी, लेकिन रिजल्ट फंस गया। सभी विद्यार्थी रिजल्ट लेने के लिए जून से अब तक बोर्ड के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ। हर छात्र के रिजल्ट में गड़बड़ी है।
पहले नियमित, बाद में वेटरमेंट में डाला गया
2016 के विशुनदेव कॉलेज के परीक्षार्थियों को 2017 में एलएन कॉलेज, भगवानपुर ने नियमित छात्र के तौर पर परीक्षा फॉर्म भरवा दिया, लेकिन जब इसकी जानकारी बोर्ड को मिली तो उसने इन विद्यार्थियों को वेटरमेंट वाले में डाल कर रौल नंबर बदल दिया। बोर्ड ने इसी रौल नंबर पर दोबारा एडमिट कार्ड जारी कर दिया, लेकिन पहला एडमिट कार्ड कैंसिल नहीं किया। वहीं प्राचार्य ने पहले एडमिट कार्ड पर ही परीक्षा दिलवा दी।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि एलएन कॉलेज, भगवानपुर, वैशाली के प्राचार्य की गलती से यह हुआ है। प्राचार्य पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। बोर्ड ने दूसरा एडमिट कार्ड जारी किया था, लेकिन प्राचार्य ने पुराना एडमिट कार्ड जारी कर दिया था।