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ATM में 2000 के नोटों की किल्लत, क्या बंद होने वाले है 2000 के नोट?

कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के सांसद दिनेश त्रिवेदी ने बुधवार को मोदी सरकार से कहा कि वह देश भर में नोटों की कमी के पीछे के ‘वास्तविक कारण’ बताये और यह भी बताये कि क्या उसकी योजना दो हजार रुपये के नोट बंद करने की है। वित्त संबंधी संसद की स्थाई समिति के सदस्य श्री त्रिवेदी ने कहा – मैं महसूस करता हूं कि नोटों की कमी का वास्तविक कारण यह है कि सरकार ने शायद दो हजार रुपये मूल्य के करंसी नोट बंद करने का फैसला किया है।

तृणमूल नेता ने नोट की कमी के पीछे की हकीकत’ पर सरकार से तत्काल बयान की मांग की। उन्होंने कहा कि लोगों को जानने का हक है और लोकतंत्र में आप किसी को गुमराह नहीं कर सकते। श्री त्रिवेदी ने सवाल किया कि क्या दो हजार रुपये का नोट बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार को लोगों से तथ्य नहीं छिपाने चाहिए। तृणमूल नेता ने कहा कि खुद उन्हें पिछले कई माह से बैंक से उच्च मूल्य के करंसी नोट नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने 2016 की नोटबंदी की कवायद का जिक्र करते हुए कहा कि एक हजार रुपये और 500 रुपये के नोट को प्रचलन से हटा दिया गया था और तब धन के परिमाण की भरपाई के लिए दो हजार रुपये के नोट लाये गये थे।

विपक्षी दल इस मामले में सरकार को घेरने के मूड में

उल्लेखनीय है कि अनेक विपक्षी पार्टियों ने नोटों की कमी पर मंगलवार को सवाल खड़े किये थे। तृणमूल प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूछा था कि क्या देश में वित्तीय आपातकाल है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा था – अनेक राज्यों में एटीएम में नोट नहीं होने की रिपोर्ट देख रही हूं। बड़े नोट नदारद हैं। नोटबंदी के दिनों की याद दिला रहे हैं। क्या देश में वित्तीय आपातकाल चल रहा है।

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SOURCEप्रभात खबर
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