1शारदीय नवरात्र : पटना में आज खुलेंगे माँ के पट, कालरात्रि की उपासना व तंत्र साधना
आकर्षक तरीके से सजाये गये हैं पूजा पंडाल, जगमग हैं सड़कें, बस माँ के आगमन का है इंतजार
पटना : राजधानी के सभी मंदिरों, पूजा पंडालों में बुधवार की सुबह 9.02 बजे से मां दुर्गा के पट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिये खुलने शुरू हो जायेंगे। यदि मुहूर्त की बात करें, तो 27 सितंबर सप्तमी तिथि को 9.02 बजे से माता का पट देर शाम तक खुलेगा। देवी प्रतिमाएं सज-धजकर तैयार हो गयी हैं। पंडालों को भी काफी आकर्षक तरीके से सजाया गया है। शहर की सड़कें भी बिजली के रंग-बिरंगे बल्बों से जगमग कर रही हैं।
अब बस इंतजार मां के आगमन का है। पंडित श्रीपति त्रिपाठी ने बताया कि बुधवार की सुबह सात बजे बेल लाकर पूजन करना चाहिए। करीब 8 बजे पत्रिका प्रवेशन तथा उसके बाद मां की प्रतिमा पूजन और प्राण प्रतिष्ठा किया जायेगा। प्रायः ऐसा माना जाता है कि सप्तमी तिथि और मूल नक्षत्र के योग पर ही प्राण प्रतिष्ठा किया जाता है, क्योंकि इस तिथि को शरीर और नक्षत्र को अंग माना गया है। बुधवार को 9:40 बजे तक मूल नक्षत्र प्राप्त हो रहा है तथा सप्तमी तिथि विराजमान है। इस कारण प्रतिमा आगमन के साथ ही प्राण प्रतिष्ठा कर भगवती श्री दुर्गा का षोडशोपचार पूजन और आरती कर पट 9:40 बजे से खुलने चाहिये।
त्योहारों को लेकर पुलिस मुख्यालय ने दिये अहम निर्देश
पुलिस मुख्यालय ने दुर्गापूजा और मोहर्रम को देखते हुए सुरक्षा से जुड़े अहम निर्देश दिये हैं। इन पहलुओं पर तैयारी करने को कहा गया है। लाठीधारी सिपाही की संख्या बढ़ा कर आठ हजार 714 की गयी।
होमगार्ड के दो हजार 450 जवान, रैफ के एक जवान पटना में और सीवान एवं दरभंगा में एक-एक कंपनी एसएसबी की होगी तैनाती डीजी और जोनल आइजी के स्तर पर रिजर्व फोर्स को पूरी तरह से अलर्ट रहने के लिए कहा। सभी जिलों में शांति समिति की बैठक करके किसी तरह के जुलूस का रूट तय करने को कहा। सभी पूजा पंडालों में लगाये जायेंगे सीसीटीवी कैमरे, दंगा निरोधक दस्ता को तैनात करने को कहा।
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रोशनी से नहायीं सड़कें डाकबंगला चौराहा से लेकर कोतवाली मोड़ तक सड़क को बिजली के रंग-बिरंगे बल्बों से कोलकाता के कुशल कलाकारों ने सजाया है। श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए कोतवाली मोड़ पर विशाल तोरणद्वार बनाया गया है।
इसी तरह पूरा बोरिंग रोड जगमग कर रहा है। बोरिंग कैनाल रोड स्थित पंचमुखी महावीर मंदिर के पास भी मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गयी है। बोरिंग रोड चौराहा से लेकर पानी टंकी मोड़ तक भी भव्य सजावट की गयी है। कदमकुआं में ठाकुरबाड़ी रोड, हिन्दी साहित्य सम्मेलन, चूड़ी मार्केट, दरियापुर ब्रह्मस्थान, मछुआटोली, नाला रोड, बेली रोड में राजाबाजार, शेखपुरा, खाजपुरा व रूकनपुरा में सड़कों की भव्य सजावट की गयी है।
कालरात्रि की उपासना व तंत्र साधना आज
- शक्तिपीठ मंदिरों में निशा पूजा आज, महा अष्टमी व्रत कल
- जो पंंडालों में मंगलवार को अधिकांश जगहों पर भगवती की प्रतिमा को विराजमान कर दिया गया है। बुधवार को वैदिक मंत्रेच्चार के साथ नवपत्रिका प्रवेश का अनुष्ठान होगा।
कब कहां होगी निशा, संधि पूजा
- शक्तिपीठ बड़ी पटनदेवी : बुधवार की रात 12 बजे रात से निशा पूजा : महंत विजय शंकर गिरी
- बड़ी देवी जी महाराजगंज : बुधवार की रात 12 बजे रात से निशा पूजा
- अगमकुआं शीतला माता मंदिर : बुधवार की रात 12 बजे रात से निशा पूजा : पुजारी जयप्रकाश व पंकज पुजारी
- सर्वमंगला देवी मंदिर : बुधवार रात 12 बजे रात से निशा पूजा : पुजारी द्वारिका नंद मिश्र
- तारणी प्रसाद लेन स्थित बाबा मुक्तेश्वरनाथ मंदिर : बुधवार की रात 12 बजे रात से निशा पूजा
- छोटी पटनदेवी : बुधवार की रात 12 बजे रात से निशा पूजा : आचार्य अनंत अभिषेक द्विवेदी
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निकाली नगर में शोभायात्रा
दानापुर. महाषष्ठी को विल्वाभिमंत्रण, देवी बोधन व अधिवास अनुष्ठान के लिए प्रमुख पूजा समितियों की ओर से गाजे-बाजे के साथ शोभायात्रा निकाली।
- पीछे छूट गये कई पुलिसकर्मी
पटना शहर की सुरक्षा को लेकर फ्लैग मार्च के बाद एसएसपी मनु महाराज ने दल-बल के साथ पटना की सड़कों पर पैदल ही गश्ती की। इस दौरान उन्होंने दौड़ भी लगायी।
- जनरल टिकट के काउंटर बढ़े
पटना दशहरा पूजा के दौरान लोकल रेल यात्रियों की संख्या काफी बढ़ जाती है. रेलमंडल प्रशासन ने जंक्शन पर छह जनरल टिकट काउंटर की संख्या बढ़ायी है।
- बिजली भी रहेगी दुरुस्त
पटना दुर्गापूजा को लेकर पटना पेसू क्षेत्र में बिजली की कोई शिकायत होने पर 49 फ्यूज कॉल सेंटरों पर लोग फोन कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
बंगाली अखाड़ा में मां दुर्गा का दर्शन कर निहाल हुए श्रद्धालु
पटना : मंगलवार की अहले सुबह से ही बांग्ला पद्धति से पूजा होने वाले मंडपों में खास रौनक थी। कालीबाड़ी मंदिर के अलावा बंगाली अखाड़ा, पीडब्ल्यूडी परिसर, आर ब्लॉक, मीठापुर, जक्कनपुर, कदमकुआं और पाटलिपुत्र स्थित बांग्ला मंदिरों और पूजा पंडालों में वंदनवार सज चुके थे, ढाक तैयार थे और जैसे ही सुबह साढ़े आठ बजे षष्ठी पूजा शुरू हुई, मां दुर्गा के आगमन को लेकर इंतजार की घड़ियां बस खत्म होने पर आयीं। मद्धम-मद्धम आवाज में ढाक बजे रहे थे। साढ़े तीन से चार घंटे तक चली पूजा के बाद माता को आमंत्रण भेजा गया।
इसके पूर्व सुबह आठ बजे से माता का बोधन हुआ फिर कल्पारंभ होने के बाद शाम में अधिवास किया गया। बेलवरण की पूजा संपन्न हुई और वहां सभी को आमंत्रण देने के बाद शाम में अनुष्ठान के उपरांत माता का पट खोल दिया गया। पूजा कमेटी के सदस्य सौरभ भट्टाचार्य कहते हैं कि बंगाली अखाड़ा में सबसे लंबे समय से पूजा होती आ रही है, इस बार 125 वें साल लगातार माँ का दर्शन हो रहा है। बंगाली समुदाय के लोग यहां के सदस्य हैं।
फल और मिठाई का लगा भोग : माता का आगमन होने के उपरांत उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की गयी अौर भोग लगाने के बाद भक्तों द्वारा पूजा अर्चना शुरू हुई।
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कलाकारों ने बांधा समां
मंगलवार की शाम बनारस घराने के कलाकारों ने अपने फन का नायाब नमूना पेश कर समां बांध दिया। सितार वादक अरुण एस रत्न मुखर्जी ने माता के भजनों और गीतों ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम का उद्घाटन सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने किया। मौके पर पूजा कमेटी के सभी सदस्य और पदाधिकारी थे।
कालीबाड़ी में कोलकाता की झलक
कालीबाड़ी में कोलकाता के मां काली की झलक देखने को मिलेगी. यहां मां दुर्गा महिषमर्दनी के रौद्र रूप में दिख रही हैं। राजधानी में कई जगहों पर पूजा पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाती है पर कोलकाता के तर्ज पर महिषमर्दनी स्वरूप कालीबाड़ी में ही दिखती है।
प्रतिमा विसर्जन व मुहर्रम की वीडियोग्राफी घाट पर हथियार ले जाने वालों पर कार्रवाई
पटना : दुर्गापूजा, प्रतिमा विसर्जन और मुहर्रम की वीडियो रिकॉर्डिंग कराने का निर्णय लिया गया है। राजधानी के विभिन्न जगहों पर जहां अत्याधिक भीड़ होती है, उन इलाकों में सप्तमी से दसवीं तक वीडियोग्राफी होगी। शहरी क्षेत्र में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों से मंगलवार की सुबह से ही कंट्रोल रूम के माध्यम से जांच शुरू कर दी गयी है।
इस बार 30 सितंबर की शाम तक सभी मूर्तियों का विसर्जन करने का निर्देश जिलाधिकारी की ओर से दिया गया हैं और यही नियम मुहर्रम में भी लागू रहेगा। विसर्जन के दौरान मूर्ति के साथ किसी भी तरह का घातक हथियार लेकर जाना मना है। ऐसा करते कोई पकड़ा गया, तो उस पर कानूनी कार्रवाई होगी। विसर्जन के दौरान मूर्ति को लेकर अधिक जगह पर नहीं रूकना हैं। क्योंकि सभी मूर्तियों का विसर्जन एक ही दिन में होगा।
रहेगी अधिकारियों की पैनी नजर
- दुर्गापूजा व रावण वध के दौरान यातायात पुलिस मुस्तैद रहे।
- पंडाल के पास प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी भीड़ और यातायात नियंत्रित करें।
- वरीय पदाधिकारियों का दल स्थल का निरीक्षण करेगा।
- सीसीटीवी से सभी चौक-चौराहे पर सतत मॉनीटरिंग।
- 30 सितंबर की शाम तक मूर्ति विसर्जन कराएं।
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