पटना में 1200 रु लीटर बिक रहा बकरी का दूध, डेंगू के बढ़ते केस से रेट में इजाफा
डॉक्टर दिवाकर तेजस्वी के मुताबिक, कोई भी स्टडी इसकी पुष्टि नहीं करती है कि बकरी के दूध से डेंगू के मरीज ठीक हो जाते हैं।
शहर में डेंगू के बढ़ते मरीजों की वजह से इसके इलाज के लिए बकरी के दूध की डिमांड बढ़ गई है। इन दिनों यहां बकरी का दूध 1 हजार रुपए से लेकर 1200 रुपए लीटर तक बिक रहा है। इसे 50 ग्राम-100 ग्राम के हिसाब से भी बेचा रहा है। कुछ जगह इसे चाय के एक गिलास में भी बेचते देखा गया। एक गिलास की कीमत 100 से 150 रुपए तक है।
डेंगू की वजह से बकरी के दूध के दाम बढ़ते गए
- दरअसल, डेंगू की बीमारी में किसी भी मरीज में प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से गिरने लगती है और इम्यूनिटी घट जाती है।
- ऐसा दावा किया जात है कि बकरी के दूध में इम्यूनिटी को बढ़ाने के गुण होते हैं। डॉक्टर भी मरीजों को ऑन प्रिस्क्रिप्शन तो नहीं, लेकिन बकरी का दूध पीने की सलाह दे रहे हैं।
- कहा जाता है कि इस दूध से हफ्ते-दस दिन में प्लेटलेट्स तेजी से बढ़ते हैं।
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डॉक्टर बोले- कोई स्टडी नहीं है कि बकरी के दूध से डेंगू ठीक होता है
- डॉक्टर दिवाकर तेजस्वी के मुताबिक, बकरी के दूध में इम्यूनो ग्लोब्यूलिन पाया जाता है। यह इम्यूनिटी को बढ़ाने में मददगार है। हालांकि, कोई भी स्टडी इसकी पुष्टि नहीं करती है कि बकरी के दूध से डेंगू के मरीज ठीक हो जाते हैं, लेकिन आब्जर्वेशनल स्टडी में इसके सकारात्मक रिजल्ट आए हैं।
चाय के एक गिलास के बराबर दूध की कीमत 100 रु.
- दूध की मांग बढ़ते ही कीमत बढ़ा दी।
- एक गिलास में (100 ग्राम दूध) की कीमत 100 रुपए। दूध बेचने वाले ने ऊंची कीमत के पीछे डेंगू का तर्क दिया।
- बकरी की मालकिन ने कहा कि पंद्रह दिन पहले आते तो एक गिलास दूध के लिए 150 रुपए लिए जाते। तब सुबह-शाम नंबर लग रहा था। लोग अभी भी आ रहे हैं। अभी डेंगू का प्रकोप थोड़ा कम हुआ है, इसलिए कीमत घटी है।
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