(उधव कृष्ण/पटना):- मैं उस प्रभु का सेवक हुँ जिसे अज्ञानी लोग मनुष्य समझते है.. विवेकानंद की इन्ही बातों की चर्चा करते हुए अदम्या अदिति गुरुकुल के संस्थापक गुरु एम. रहमान विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए ये बातें बोल रहे थे, उन्होंने कहा 44 साल की उम्र तक मैंने 41 बार रक्त दान किया है, 30 सितंबर को 42 वीं बार अपने गुरुकुल के छात्र- छात्राओं के साथ रक्त दान करूँगा..
◆ छात्र छात्राओं के साथ गुरु एम. रहमान
गौरतलब है की सरकारी अस्पतालों में रक्त की कमी के कई मामले आये दिन देखे जाते है। आज जरूरत है की लोग रक्त दान के महत्व को समझे और आगे आएं।
30 सिंतबर को पूर्वाह्न 11 बजे से कृष्ण मेमोरियल हॉल में रक्त दान शिविर लगाई जा रही है।
विदित हो की गुरु एम. रहमान ने कितने ही छात्रों का भविष्य बनाया है इनके यहाँ कई वैसे गरीब छात्र भी पढ़ते है जिनसे मात्र 11 रुपए या 51 रुपए की राशि ही ली जाती है.. आपको बताते चले की इनके कई शिष्य प्रशासनिक पदाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी हैं, इस बाबत पूछने पर डॉ. एम रहमान ने बतलाया की यहाँ का सबसे लेहा (कमज़ोर) विद्यार्थी भी कम से कम दारोगा बनता है, उन्होंने और जोड़ा की उड़ता वही है जो फड़फड़ाता है अर्थात मेहनत करने वाले ही सफलता को प्राप्त करते है।