account-portability-rbi-the-bihar-news

इनसे पहले से है सुविधा

अभी बीमा और दूरसंचार क्षेत्र में पोर्टिबिलिटी की सुविधा उपलब्ध है। दूरसंचार कंपनी बदलने के बावजूद नंबर नहीं बदलता है।

आधार से पोर्टिबिलिटी में समस्या नहीं

मूंदड़ा ने कहा कि बैंक खातों को आधार से जोड़ने के कारण पोर्टिबिलिटी की समस्या नहीं आएगी। केंद्रीय भुगतान सिस्टम के तौर पर नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन की भी इस में अहम भूमिका होगी। उन्होंने इंडियन बैंक एसोसिएशन से इसके लिए ढाँचागत तैयारी शुरू करने को कहा है।

बैंकों की मनमानी पर नकेल

  • इससे ग्राहकों को सस्ती और गुणवत्ता पूर्ण सेवाएं मिलेगी
  • बैंकों की मनमानी के खिलाफ ग्राहकों को विकल्प मिलेगा
  • आधार या मोबाइल नंबर आधारित एप्प से पैसे के लेन-देन में आसानी होगी
  • केवाईसी रिकॉर्ड आसानी से एक से दूसरे बैंक को ट्रांसफर
  • कोर बैंकिंग सेवा से बैंको के जुड़े होने के कारण आसानी
  • आईएफएससी कोड, कस्टमर रिलेशन नंबर की जरूरत नहीं होगी

खाता धारकों की अड़चने

अभी खाताधारकों को खाता नंबर के अलावा आईएफएससी कोड, मोबाइल मनी आइडेंटीफायर, कस्टमर रिलेशनशिप नंबर जैसे कई आंकड़ों को सहेज कर रखना पड़ता है, लेकिन खाता पोर्टिबिलिटी की सुविधा के बाद सिर्फ बैंक खाता नंबर से ही पहचान हो जाएगी। अभी के समय में अगर ग्राहक खाता एक बैंक से दूसरे बैंक में स्थानांतरित करना चाहता है तो बैंक उसे मौजूद खाता बंद कर दूसरा खाता खोलने की सलाह देते हैं।

Facebook Comments
1
2
Previous articleअब तू पूरा सा लगे (Ab Tu Pura Sa Lage )
Next articleराखी स्पेशल : इस बार कुछ मीठा हो जाए !!
Sachin Kumar a founder and owner of The Bihar News (An online news portal) started in 20th April’17 also he is working as a freelancer in graphics and web designer/development field. As a designer/developer he is a great resource, with a very open and professional approach to design.