admission-to-be-taken-at-any-college-while-sitting-at-home-the-bihar-news-tbn-patna-bihar-hindi-news

घर बैठे ही छात्र किसी भी कॉलेज में ले सकेंगे एडमिशन, जाने कैसे?

पटना : छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी है। जुलाई से शुरू हो रहे शैक्षणिक सत्र में वे राज्य के किसी भी कॉलेज और स्कूल में एडमिशन के लिए घर बैठे ही अपने मोबाइल से आवेदन कर सकेंगे। कंप्यूटर, लैपटॉप या वसुधा केंद्र से भी ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। इसके लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ‘ऑनलाइन फैसिलिटेशन सिस्टम फाॅर स्टूडेंट’ तैयार कर रही है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर इसका प्रेजेंटेशन देखने के बाद दो माह के अंदर इसको लागू करने का आदेश दिया। हालांकि पटना विश्वविद्यालय को अभी इससे नहीं जोड़ा जायेगा। मुख्यमंत्री के सामने यह प्रेजेंटेशन बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने दिया।

कॉलेजों की मनमानी पर लगेगी लगाम

राज्य में अभी इंटरमीडिएट या स्नातक कोर्स में प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थियों को सभी विद्यालय या कॉलेजों में अलग से आवेदन करना होता है। राज्य का अब कोई भी स्कूल या काॅलेज इंटरमीडिएट या स्नातक में एडमिशन के लिए आॅफलाइन आवेदन नहीं ले सकेगा। सरकार ने पूरी व्यवस्था केंद्रीकृत कर दी है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति प्रवेश प्रणाली की ओर से विकसित किये जा रहे आॅनलाइन फैसिलिटेशन सिस्टम फाॅर स्टूडेंट’ के जरिये राज्य के किसी भी स्कूल या काॅलेज में इंटरमीडिएट और स्नातक में प्रवेश के लिए ऑनलाइन ही आवेदन लिया जायेगा।

आवेदन के लिए छात्र वेबसाइट पर जायेंगे तो लाॅगिन आईडी क्रिएट होगी। इसके बाद ऑनलाइन फाॅर्म भरेंगे। इस दौरान वे वरीयता क्रम में स्कूल या काॅलेजवाइज च्वाइस देंगे। आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद पूरे राज्य का कटआॅफ जारी होगा। मेरिट के अनुसार छात्रों को कॉलेज का आवंटन कर दिया जायेगा।

अाॅनलाइन फैसिलिटेशन सिस्टम फाॅर स्टूडेंट के प्रेजेंटेशन के दौरान शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, प्रधान सचिव शिक्षा आरके महाजन, राज्यपाल के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार आदि मौजूद थे।

जुलाई से शुरू होने वाले शैणक्षिक सत्र से इंटर और स्नातक में एडमिशन के लिए आॅनलाइन आवेदन की सुविधा छात्रों के 150 से 200 करोड़ रुपये बचेंगे।

ऑनलाइन फैसिलिटेशन से करोड़ों रुपये बचेंगे

आॅनलाइन फैसिलिटेशन सिस्टम फाॅर स्टूडेंट’ से छात्र -छात्राओं के 150 से 200 करोड़ रुपये बचेंगे। प्रवेश के लिए औसतन एक विद्यार्थी चार जगहों पर आवेदन करता है। सभी जगह उसे आवेदन फीस के साथ ही शपथपत्र के साथ अन्य दस्तावेज जमा करने होते हैं। एक ही स्कूल में आवेदन करने पर करीब 500 से 1000 रुपये खर्च आता है।

अब घर बैठे ही आवेदन हो जायेगा। एक बार ही दस्तावेज स्कैन कराने होंगे। ऑनलाइन आवेदन के लिए मात्र 300 रुपये (100 रुपये कॉमन फीस, 200 रुपये स्कूलवाइज) देने होंगे। राज्य में प्रत्येक साल इंटर में 10 लाख और स्नातक में पांच लाख लोग एडमिशन लेते हैं। एक अनुमान के मुताबिक आॅनलाइन एकीकृत प्रणाली से पूरे राज्य के विद्यार्थियों का समय तो बचेगा ही, साथ ही करीब 150- 200 करोड़ रुपये भी बचेंगे।

कॉलेजों की मनमानी भी रुकेगी

अभी हर स्कूल और काॅलेज अपनी अलग-अलग समय पर मेरिट लिस्ट जारी करता है। इससे अक्सर यह होता है कि विद्यार्थी को दूसरी या तीसरी च्वाइस वाले स्कूल की कटआॅफ पहले आती है तो वह उसमें प्रवेश ले लेता है और अपनी पहली पसंद से वंचित हो जाता है। वहीं निजी स्कूल व काॅलेज तो बाद में मनमाने रुपये लेकर प्रवेश देते हैं।

आॅनलाइन फैसिलिटेशन सिस्टम फाॅर स्टूडेंट में एक साथ मेरिट लिस्ट जारी होगी। इससे निजी संस्थाओं की मनमानी तो रुकेगी ही, साथ ही छात्र अपनी पंसद की जगह प्रवेश ले सकेंगे।

ये भी पढ़े: रेलवे भर्ती परीक्षा 2018: जानिए 3 करोड़ में से कितने आवेदन निकले वैध

Facebook Comments