1सारण में 23 साल तक पूजन के लिए बुक हुए बजरंग बली

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भगवान के प्रति आस्था और दीवानगी देखनी है तो एक बार सारण आइये। जिला मुख्यालय से 10 किमी की दूरी पर अवस्थित रिविलगंज में संकट मोचन भगवान हनुमान पूजन के लिए बुक होते हैं। उनकी प्रतिमा का निर्माण कराने और पूजन के लिए भक्तों की भक्ति की एडवांस बुकिंग महज एक- दो वर्षों के लिए नहीं बल्कि ढाई दशक तक के लिए होती है। इस बार तो भगवान हनुमान 2040 के लिए बुक हो चुके हैं।

बुकिंग के लिए बैंको में जमा होती है राशि

ताज्जुब तो यह है कि इस बुकिंग में आईएएस अधिकारी से ले कर आर्मी जवान तक शामिल हैं। यह प्रक्रिया जुबानी और हवा-हवाई नहीं होती। समिति के नाम से बुकिंग के लिए बैंक खाते में बजाप्ता राशि तक जमा की जाती है।
मन्नतें पूरी होने के साथ जुड़ी है आस्था  ऐसी मान्यता है कि रिविलगंज हनुमान जी का ननिहाल रहा है।

1991 से बुक होते आ रहे है

गोदना स्थित सरयू के पावन तट पर गौतम ऋषि का आश्रम है और उनकी पुत्री अंजनी के पुत्र हनुमानजी हैं। दशहरा पूजा के समय स्वयं हनुमानजी अपने ननिहाल जरूर आते थे। इसी परंपरा को मान कर लोगों ने मन्नतें मांगी और वह पूरा हो गया। कई लोगों की मन्नतें पूरी होने के बाद 1970 के दशक में धूमधाम से पूजन शुरू हुआ। 1991 से तो बजरंगबली बुक होने लगे। सूचना पट्ट पर बुकिंग वाले श्रद्धालुओं का नाम भी अंकित प्रतिमा स्थल के पास श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बनाये गये सूचनापट्ट पर साल दर साल यानी 2040 तक बुकिंग कराये श्रद्धालुओं का नाम अंकित है। 2040 में रिविलगंज के पहिया ढाला निवासी प्रदीप कुमार महतो ने बुकिंग करा रखी है।

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विजयादशमी के बाद होता है आयोजन रिविलगंज में असली दशहरा तो विजयादशमी के बाद दिखता है। अगले दिन से ही संकट मोचन का पूजन शुरू होता है। लोगों का जमघट और पांच दिने के मेले से पूरा इलाका गुलजार हो जाता है।
पटना, जहानाबाद, इलाहाबाद से आते हैं श्रद्धालु बजरंगबली की महिमा अपरम्पार होने के कारण सारण जिले के अलावा यूपी के इलाहाबाद, जहानाबाद, पटना के भी भक्तगण एडवांस बुकिंग में पीछे नहीं हैं।

2024 तक लोग है कतार में

thebiharnews-in-advance-booking-of-lord-hanuman-for-23-years-in-saran-tample वर्ष 2027 के लिए अरवल, जहानाबाद के वैजनाथ प्रसाद तो वर्ष 2032 के लिए पटना निवासी एक महिला श्रद्धालु नीतू कुमारी बुकिंग करायी हैं। स्टेट बैंक में पीओ के पद पर कार्यरत राजन गुप्ता के अलावा रिविलगंज के शिक्षक राजू दास ने 2026 के लिए अपना नंबर लगा रखा है। वहीं वर्ष 2023 के लिए पड़ोसी राज्य यूपी की महिला श्रद्धालु विजया शुक्ला, 2024 में  बरेली की इंदू मिश्रा भी लाइन में है।

जब आईएएस बनने पर करना पड़ा था इंतजार रिविलगंज निवासी व वर्तमान में शिवहर के जिलाधिकारी के पद पर कार्यरत राजकुमार पहले शिक्षक थे। उस वक्त आसानी से पूजन के लिए नंबर तो मिल गया लेकिन 2010 में आईएएस बने राजकुमार को चार साल के इंतजार के बाद  2014 में बजरंगबली  ने खर्च उठाने की मुराद पूरी की।

लगभग पांच लाख खर्च होते है आयोजन पर

मूर्ति और पूजन में आता है एक लाख का खर्च बुकिंग कराने वाले भक्त को मूर्ति के निर्माण और पूजन में लगभग एक लाख रुपये खर्च वहन करना पड़ता है। इसके अलावा भव्य आयोजन पर होने वाला खर्च श्रीश्री महावीरी पूजन समिति उठाती है। समिति के अध्यक्ष गुंजन अवस्थी ने बताया कि भक्त के खर्च के अलावा लगभग पांच लाख रुपये आयोजन पर खर्च किये जाते हैं।

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SOURCEहिन्दुस्तान
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