भारतीय टेस्ट उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे भारत और इंग्लैंड के बीच जारी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में अपने खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। ओवल टेस्ट की दूसरी पारी में बल्लेबाजी जैसी अनुकूल पिच पर रहाणे बिना कोई स्कोर बना कर पवेलियन लौट गए। उससे पहले, लॉर्ड्स टेस्ट में बनाए गए बहुमूल्य रनों और पुजारा के साथ की गई साझेदारी के अलावा रहाणे के बल्ले से रन नहीं निकला है। लगातार खराब प्रदर्शन के चलते अब रहाणे की कड़ी आलोचना हो रही है। हालांकि इन आलोचनाओं के बावजूद टीम इंडिया के बैटिंग कोच विक्रम राठौड़ ने अपने टेस्ट उपकप्तान का सपोर्ट किया है।
राठौड़ ने कहा है कि रहाणे अभी बुरे दौर से गुजर रहे हैं और टीम को फिलहाल इसकी ज्यादा चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि फैन्स को उम्मीद है कि अजिंक्य रहाणे जल्द ही अच्छी फॉर्म में आएंगे, ठीक उसी तरह जैसे चेतेश्वर पुजारा ने सीरीज में पहले किया था। भारत और इंग्लैंड के बीच लंदन के द ओवल मैदान जारी चौथा टेस्ट रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है। भारत ने अपनी दूसरी पारी में 466 रन बनाएकर इंग्लैंड के सामने 368 रन का लक्ष्य रखा। चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक इंग्लैंड ने बिना किसी नुकसान के 77 रन बनाए हैं। इस तरह से इंग्लैंड अब लक्ष्य से 291 रन दूर है। भारत ने पहली पारी में 191 रन बनाए थे जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 290 रन बनाएकर 99 रन की बढ़त ली थी।
It's Stumps on Day 4 of The Oval Test!
England move to 77/0 after #TeamIndia secured a 367-run lead. #ENGvIND
See you all tomorrow for what could be a fascinating Day 5.
Scorecard 👉 https://t.co/OOZebP60Bk pic.twitter.com/lP913ihEMd
— BCCI (@BCCI) September 5, 2021
राठौड़ ने चौथे दिन का खेल खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘ इस समय पर चिंता नहीं। जैसा कि मैंने पहले भी कहा है कि जब आप इतने लंबे समय तक क्रिकेट खेलते हैं, तो आपके पास ऐसे स्टेज भी होंगे जहां आपको रन नहीं मिलेंगे। यह ऐसा समय है जब एक टीम के रूप में आपको उनका सपोर्ट करने की जरूरत है। हमने देखा कि पुजारा के साथ भी उन्हें और मौके मिले और फिर बाद में उन्होंने वापसी की, उन्होंने हमारे लिए कुछ महत्वपूर्ण पारियां खेली हैं। हम उम्मीद कर रहे हैं कि अजिंक्य भी फॉर्म में वापस आएंगे, और आप जानते हैं कि वह अभी भी भारतीय टीम की बल्लेबाजी में एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं। इसलिए, मुझे नहीं लगता कि हम उस प्वाइंट पर पहुंचे हैं जहां इसे चिंता का विषय बनना चाहिए।’