आदरणीय बिहार के लोग,
मेरा नाम नीतू चंद्रा है | मैं एक कलाकार हूँ | मैं मूलतः बक्सर जिला के डुमरांव की रहने वाली हूँ | मुझे गर्व है की मैं भोजपुर की हूँ और पटना में पली बड़ी | मुझे इस बात का गर्व है की मेरे क्षेत्र से जहां एक तरफ उस्ताद बिस्मिल्लाह खान जैसे लोग हुए हैं वहीँ वीर कुंवर सिंह जैसे लोग भी हुए हैं | बिहार की धरती ऐसे ही सपूतों से भरी हुई है जिन्होंने बिहार का नाम उठाया तो किसी ने देश के लिए अपनी जिंदगी कुर्बान कर दी | पटना के मौलाना मजहरुल हक़ और डाक्टर राजेंद्र प्रसाद ने एक साथ मिलकर देश की आज़ादी में बिहार का नेतृत्व किया |
लेकिन पिछले कुछ दिनों से बिहार से हिन्दू मुस्लिम के बीच हो रहे तनाव की खबर आ रही है | ये देख के डर लगता है लेकिन डर से ज्यादा दुःख होता है | मुझे याद है जब भी देश के किसी कोने में दंगे फसाद की खबर आती थी तो मुझे पता होता था की चाहे कहीं से भी खबर आए लेकिन बिहार का हिन्दू और मुसलमान आपस में नहीं लड़ता है | बिहार के मुस्लिम – हिन्दू ने हमेशा प्रेम और एकता की मिसाल खड़ी की है | हमारे बचपन में एक बार भागलपुर में दंगे हुए थे लेकिन उसके पहले या उसके बाद में कभी सुंनने पढ़ने को नहीं मिला | क्या आपको पता है की बिहार का निर्माण 1912 में जब हुआ तो उसको राज्य बनाने में बड़े बड़े हिन्दू और मुस्लिम नेता लगे हुए थे की हमारा राज्य बने | आज उसी राज्य में हिन्दू मुस्लिम आपस में लड़ रहा है और देश भर के अखबार और टी वी चैनलों में ये ख़बरें आपकी हमारी और हम सबकी छवि खराब हो रही है | हमें ये सोचना होगा की हम किस तरह का समाज खड़ा कर रहे हैं हम किस तरह का भविष्य अपने बच्चों को देना चाहते हैं | क्या हम ऐसा समाज खड़ा करना चाहते हैं जहां हम अपने बच्चों को स्कूल भेजे और दिन भर यही सोचते रहे की वो वापिस लौटेगा की नहीं ? क्या हम ऐसा भविष्य निर्माण कर रहे हैं जहाँ हम जिस शहर में कसबे में पैदा हो रहे हैं वहाँ कभी बड़े नहीं हो पाएं, कभी लौट के अपने घरों को नहीं देख पाएं ।
सच तो ये है की कुछ लोग ऐसे हैं जो आप लोगों को आपस में लड़ाकर अपना फायदा ढूंढ रहे हैं | लेकिन ये बात समझ लीजिये की आज आप मदिर या मस्जिद पर हमला करेंगे तो वो पाप तो होगा ही लेकिन अगली दसों पीढ़ीयाँ आपके आज के इस गलती का खामियाज़ा भुगतेगी |
आप लोगों से विनम्र निवेदन है की नफरत की आग बुझाकर गले लगिये | देश का भविष्य, बिहार का भविष्य सिर्फ आपसी भाईचारे और प्रेम में है |
आपकी नीतू चंद्रा |