जमुई जिले के झाझा में एक बच्चे की बलि दे दी गई। पड़ोस के ही एक व्यक्ति ने बच्चे का गला रेत दिया। परिजनों का आरोप है कि अंधविश्वास के चक्कर में आरोपी ने उनके बच्चे की बलि दे दी। बच्चे का गला रेता शव बुधवार को चांय पंचायत के लोगाय जंगल से बरामद किया गया। पुलिस ने शव बरामद कर आरोपी को चाकू और बाइक के साथ गिरफ्तार कर लिया।
मृतक मिथुन की मां रामवतिया देवी ने बताया कि मंगलवार सुबह चांय रविदास टोला निवासी मंगरू दा का आठ वर्षीय पुत्र मिथुन कुमार कुछ बच्चों के साथ नदी में नहाने के लिए गया था। वहीं पर आरोपी लाटो दास बाइक से पहुंचा और दो-तीन बच्चे को बाइक पर बैठाकर लोगाय जंगल में ले गया। वहां से अन्य बच्चे भाग गए लेकिन मिथुन नहीं भाग पाया और आरोपी ने धारदार हथियार से गला रेतकर मिथनु की हत्या कर दी थी।
पुलिस ने परिजनों से मिली सूचना के आधार पर टोले के ही लाटो दास से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने स्वीकार किया कि ओझागुणी के चक्कर में बालक मिथुन की उसी ने हत्या की है। उसकी निशानदेही पर लोगाय जंगल से बालक का शव और धारदार चाकू व आरोपी की बाइक बरामद कर लिया है।
बताया जाता है कि उसे अंधविश्वास था कि किसी बच्चे की हत्या करने पर उसकी परेशानियां दूर हो जाएंगी। जमुई डीएसपी लाल बाबू यादव की अगुवाई में झाझा के प्रभारी एसडीपीओ सुशील कुमार सिंह, थानाध्यक्ष राजेश शरण आदि की टीम ने बुधवार सुबह भी घटनास्थल वाले इलाके की छानबीन की और खून से सनी मिट्टी को साक्ष्य के लिए ले लिया।
डीएसपी श्री यादव ने बताया कि फिलहाल अनुसंधान जारी है। मंगलवार देर शाम बालक की गुमशुदगी की सूचना झाझा पुलिस को मिली थी। इस पर एक टीम गठित कर देर रात ही आरोपी को हिरासत में लेकर उसकी निशानदेही पर शव समेत बाइक व चाकू भी बरामद कर लिया गया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। हत्या अंधविश्वास में की गई है।