Susmita Sul
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Susmita is a homemaker as well as a writer. She loves writing whatever comes in her mind either its about home affair or about social or political affairs. She believe sharing your opinion is a great power of human being which can make social changes and bring people together. She believe enjoying every sip of life.
वो जो हम में तुम में क़रार था
डिअर अनिमेष,
आज तुम घर आओगे तो रोज की तरह मैं घर पर तुम्हारा इंतजार करती हुई नहीं मिलूंगी। मैं कहां जा रही हूं इसे जानने से ज्यादा तुम्हारे लिए ये जानना जरूरी है कि मैं क्यों जा रही हूँ ?
कल शाम बेग़म अख्तर की गायी एक गजल सुनी
“वो जो हममें तुम में...
बिहार दिवस (22 march) विशेष : गर्व से कहो हम बिहारी हैं
देल्ही में रह कर पढ़ाई करने वाला अभिषेक पटना में रहने वाले अपने अभिभावकों से तब ही फ़ोन पर बात करना पसंद करता है जब वो अकेले हो ,अगर दोस्तों के बीच या बाजार में हो तो उसे बड़ी झिझक महसूस होती है क्योंकि फ़ोन पर अपने माँ...
बच्चों के लिए कुछ हेल्दी फ़ूडी आइडियाज
मार्च का महीना यानि सेशन ब्रेक का महीना। जो बच्चे पहले से स्कूल जाते हैं वो घर पर हैं और कुछ के लिए पहली बार स्कूल जाने की तैयारियाँ हो रही होगी। पेश है बच्चों के लिए कुछ ऐसे फूडी आइडियाज और टिप्स जो घर में रहने वाले बच्चों के लिए टेस्टी स्नैक्स...
सिर्फ मेरा प्रेम
प्रेम ,अपने आप में एक सम्पूर्ण दर्शन है ।ये एक प्रेरणा है और प्रेरणा का पोषक भी है। आज जिस माधवी को सभी जानते है उसे एक अच्छी लेखिका मानते है उसके वास्तविक सृजक ,रचयिता तुम हो,तुम्हारे प्रति मेरा प्रेम है।
प्रेम कब होगा कहाँ होगा किसी को पता नहीं होता। मुझे भी नहीं था की जीवन के...
Womens day special : महिला सशक्तिकरण पर बनी ये 11 फिल्मे अवश्य देखे
अक्सर ये देखा गया है कि मुख्य सिनेमा में महिलाओं के पात्र महज मसाले के तौर पर होते हैं। लेकिन कुछ ऐसी फिल्में रहीं है , जिनमें महिलाओं को अपना हाल-ए-दिल बयां करने का मौका मिला। और जब ये मौका मिला तो उन्होंने साबित किया कि वो...
उपेक्षा का शिकार एक खूबसूरत पर्यटन स्थल
बिहार में प्राचीन मंदिरों और धार्मिक स्थलों की भरमार है। यहां हिन्दू,बौद्ध,जैन और सिक्ख लगभग सभी धर्मों के पूजा स्थल हैं। इनमें से कुछ देश ही नहीं विदेशों तक प्रसिद्ध है। दूर दूर से लोग वहां भ्रमण के लिए आते है। पर कुछ ऐसे भी धरोहर है जो प्राचीन और खूबसूरत होते हुए...
भोजपुरी गानों में बढ़ती अश्लीलता को एक मीठी चुनौती :आलू बेच ,चना बेच .......
21 फ़रवरी मातृभाषा दिवस के रूप में अंतर्राष्ट्रीय पैमाने पर मनाया जाता है।इस दिवस को मनाने का उद्देश्य है विश्व भर में पाए जाने वाले सभी भाषाओं का संरक्षण और संवर्धन ताकि विश्व में भाषाई एवं सांस्कृतिक विविधता और बहुभाषिता को बढ़ावा मिले।
मातृभाषा के...
“ चलनी के चालल दुलहा, सूप के फटकारल हे,
दिअका के लागल बर, दुआरे बाजा बाजल हे।
आँवा के पाकल दुलहा, झाँवा के झारल हे;
कलछुल के दागल, बकलोलपुर के भागल हे “
बिहार के शादी-ब्याहो में औरतों द्वारा गाया जाने वाला ये गीत हम सभी ने सुना होगा। इस गीत को भोजपुरी के कई गायकों ने भी आवाज़ दी...
तुम्हारे जाने के बाद......
जिस पल तुम गए
लगा ले गए मेरी ज़िंदगी
लगा मर गयी तमन्नाएँ सारी
पर कभी कभी कुछ पलों ने
कराया ये अहसास
की अभी भी ज़िंदा है मेरे ज़ज़्बात
दो बार -चिलचिलाती धुप ने जब तन को जलाया,
कड़कड़ाती ठंड ने जब तन ठिठुराया ,
लगा एहसास ज़िन्दा है
वरना तुम्हारे जाने के बाद.. . . . . .
दो बार-जब गर्म हवा में सूखे...
स्वाद भी सेहत भी : मसाला वड़ई और ओट्स मूंग दाल टिक्की
आज हम कुछ ऐसे व्यंजन बनाना सीखेंगे जो स्वादिष्ट होने के साथ बहुत ही पौष्टिक है। ये आपके जीभ को संतुष्ट करेंगे और तन को पुष्ट।
1 .मसाला वड़ई
ये दक्षिण भारत का एक व्यंजन है जिसमें आयरन और फोलिक एसिड से भरपूर सोआ भाजी मिलाकर और तलने...