दुलर्भ बीमारी से जूझ रहे 11 महीने के अयांश को लेकर उसके माता-पिता सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में पहुंचे। हालांकि रजिस्ट्रेशन नहीं होने के कारण उन्हें बाहर ही बिठा दिया गया। अयांश का इलाज सिर्फ एक इंजेक्शन है जिसकी कीमत 16 करोड़ रुपए बताई जाती है।
पटना के रहने वाले आलोक और नेहा अपने बेटे के इलाज के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी गुहार लगा चुके हैं। सोमवार को वे मदद की आस लिए सीएम नीतीश कुमार के जनता दरबार में पहुंचे। हालांकि रजिस्ट्रेशन नहीं होने की वजह से अधिकारियों ने उन्हें रोक लिया और बाहर बिठा दिया। अयांश के माता-पिता के अनुसार जन्म के दो महीने बाद ही अयांश की तबीयत बिगड़ने लगी थी। पटना के कई डॉक्टरों को दिखाने के बाद अंत में वे अयांश को लेकर बेंगलुरु के निमहंस गए। वहां पांच डॉक्टरों की टीम ने अयांश की जांच की। इसके बाद अयांश की गंभीर बीमारी स्पाइनल मस्कुलर अट्रॉफी का पता चला। डॉक्टरों ने बताया कि यह एक दुलर्भ बीमारी है। इसका इलाज एक इंजेक्शन है जिसकी कीमत 16 करोड़ रुपए । यह इंजेक्शन सिर्फ अमेरिका में बनता है। इसे वहीं से मंगवाना पड़ेगा। अयांश के माता-पिता का कहना है कि 16 करोड़ की राशि उनके लिए बहुत बड़ी है। वे लोगों की मदद से रुपए इक्ट्टा कर रहे हैं। पैसे जुटाने के लिए उन्होंने सोशल मीडिया पर कैंपेन भी शुरू किया है। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मदद की गुहार लगाई है।
सीएम सुन रहे शिकायतें
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जनता दरबार चल रहा है। सीएम नीतीश आज खाद्य आपूर्ति, समाज कल्याण, कृषि,नगर विकास, लघु सिचाई, पंचायती राज समेत अन्य विभागों की शिकायतें सुन रहे हैं। इसके साथ ही वह अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दे रहे हैं।