सफाईकर्मी की सूझ-बूझ से बोधगया दहलने से बचा
गया : बाेधगया में फुटपाथ पर सफाई करनेवाले कर्मचारी की सूझ-बूझ से बड़ा हादसा टल गया। सफाईकर्मी की नजर बम जैसी वस्तु पर पड़ी, तो उसने वहां सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी काे बुलाकर दिखाया। इसके बाद सफाईकर्मी को उस बमनुमा वस्तु काे उठाने की मनाही की गयी। महाबाेधि मंदिर के गेट नंबर चार पर सफाई कर रहे अमिताभ मांझी ने बमनुमा वस्तु को देखा। उसके साथ सफाईकर्मी संजय मांझी भी थे। दाेनाें ने तुरंत इसकी जानकारी वहां तैनात सुरक्षाकर्मी को दी। बम जितने वजन के थे, अगर समय पर नहीं देख लिये गये हाेते आैर उसे वहां से हटाया नहीं गया हाेता, ताे विस्फाेट से बाेधगया फिर एक बार दहल सकता था। ये दाेनाें सफाईकर्मी बीटीएमसी के हैं।
बीटीएमसी उन्हें पुरस्कृत करने की साेच रही है। उधर, बाेधगया थाने की पुलिस शनिवार काे उन सफाईकर्मियाें से बयान लिया व उन्हें गवाह बनाया है। उनकी सूझ-बूझ की दाद दी। आैर फिर से आगाह किया कि ऐसी काेई भी संदेहास्पद वस्तु मिले, ताे उसे हाथ लगाने से पहले वहां माैजूद पुलिस व अधिकारी काे जरूर खबर करें। पुलिस अधिकारी ने बताया कि बम जैसी आकृति की इस वस्तु के मिलने के बाद हर जगहाें की तलाशी शुरू हाे गयी आैर तब एक-एक कर तीन जगहाें पर प्लांट किये गये बमाें काे बरामद किया जा सका।
नक्सली साजिश से तो नहीं है संदिग्ध बैग का संबंध
इन बैग की हकीकत एनएसजी और एनआइए की जांच के बाद ही सामने आयेगी। लेकिन फिलहाल यह भी अटकल लगायी जा रही है कि इन बैग का संबंध नक्सलियों से भी हो सकता है। गया का पूरा इलाका नक्सलग्रस्त है। कुछ महीने से नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान की वजह से नक्सली बैकफुट पर चले गये हैं। इसवजह से नक्सली बौखलाहट में बड़ी वारदातों को अंजाम देने के फिराक में लगे रहते हैं।
निशाने पर था दलाई लामा का प्रवचन कार्यक्रम
बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा के प्रवास के दौरान आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के बीच उनके प्रवास स्थल के पास बम प्लांट किया जाना एक सोची-समझी साजिश है। चर्चा है कि 21, 22 व 23 जनवरी को दलाई लामा के प्रवचन में चीन के ज्यादातर श्रद्धालु शामिल होनेवाले हैं। चीन का दलाई लामा के साथ छत्तीस का आंकड़ा चल रहा है। विवाद जगजाहिर है। चीन नहीं चाहता है कि दलाई लामा के प्रवचन में चीन व मंगोलिया के लोग बोधगया में मौजूद रहें।
चर्चा यह भी है कि चीन नेपाल के किसी संगठन के माध्यम से बोधगया में बम प्लांट करवा कर दहशत फैलाना चाहता है व दलाई लामा के कार्यक्रम को बाधित करना चाहता है। इस कारण बोधगया में बम प्लांट की हरकत की गयी है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पायी है। दलाई लामा के करीबी सूत्रों का मानना है कि चाइनीज व मंगोलियन श्रद्धालुओं के दलाई लामा के प्रवचन में शामिल होने से ठीक पहले बम प्लांट कर श्रद्धालुओं को डराया जा रहा है।
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