बिहार के चार नए राष्ट्रीय राजमार्ग (नेशनल हाईवे) बनने का रास्ता साफ हो गया। बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई पथ निर्माण विभाग की बैठक में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के प्रस्ताव पर मुहर लगाते हुए राज्य सरकार ने इसका एलाइनमेंट मंजूर कर दिया। जिन सड़कों के एलाइनमेंट को मंजूरी दी गई है, वे पहले से ही एनएच घोषित हैं। अब इन सड़कों की डीपीआर को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके बाद टेंडर और फिर निर्माण कार्य शुरू होगा।
बैठक में जिन सड़कों की मंजूरी दी गई, उसमें मोकामा-मुंगेर सड़क है। मोकामा से मनोहरपुर होते हुए लखीसराय के दक्षिण से मुंगेर तक बनने वाली यह नई सड़क फोरलेन होगी। यह सड़क मौजूदा सड़क से अलग होगी। इस सड़क में सरमेरा से मनोहरपुर तक 20 किमी लंबी सड़क भी शामिल रहेगी। सड़क की कुल लंबाई 92 किमी है। इसके बनने से बक्सर से पटना होते हुए मोकामा-मुंगेर के माध्यम से भागलपुर-मिर्जाचैकी तक फोरलेन सड़क हो जाएगी।
दूसरी सड़क बक्सर-हैदरिया फोरलेन है। उत्तर प्रदेश में लखनऊ से हैदरिया तक पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से बक्सर की सम्पर्कता सुनिश्चित करने के लिए 17 किमी लंबी बक्सर-हैदरिया सड़क को फोरलेन बनाया जाएगा। इस सड़क के बनने से राजधानी पटना का दिल्ली तक चार व छह लेन से सीधा सम्पर्क हो जाएगा। अभी पटना से दिल्ली की दूरी 18-20 घंटे में होती है जो घटकर 10-12 घंटे हो जाएगी।
तीसरी सड़क बक्सर-वाराणसी है। यह नई सड़क होगी। पटना से बक्सर के रास्ते वाराणसी तक सुगम आवागमन के उद्देश्य से बक्सर-चौसा-वाराणसी नए फोरलेन पथ के एलाइनमेंट पर सहमति प्रदान की गई। इस एलाइनमेंट का 29 किमी हिस्सा बिहार में पड़ता है तो 62 किमी हिस्सा उत्तर प्रदेश में पड़ता है। इसके बन जाने से पटना से वाराणसी की दूरी मात्र 225 किमी रह जाएगी जो पटना-मोहनियां-वाराणसी की तुलना में लगभग 30 किमी कम हो जाएगी।
मुजफ्फरपुर रिंग रोड को मंजूरी
चौथी सड़क बरौनी-मुजफ्फरपुर फोरलेन है। बरौनी-बछवाड़ा-दलसिंहसराय-मुसरीघरारी के रास्ते मुजफ्फरपुर तक बनी मौजूदा सड़क को फोरलेन चौड़ीकरण की मंजूरी दी गई। बैठक में मुजफ्फरपुर शहर में यातायात की सुगमता के उद्देश्य से मुजफ्फरपुर शहर के रिंग रोड के एलाइनमेंट की सहमति प्रदान की गई। मुजफ्फरपुर-बरौनी पथ को मुजफ्फरपुर-हाजीपुर पथ से 5 किमी लंबे बाईपास से जोड़ा जाएगा। इसी प्रकार मुजफ्फरपुर-बरौनी पथ को मुजफ्फरपुर-दरभंगा ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर से 11 किमी लम्बे बाईपास से जोड़ा जाएगा। इसके अलावा मुजफ्फरपुर-बाईपास को ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर में 1.6 किमी लंबी सड़क से जोड़ा जाएगा। यानी, मुजफ्फरपुर शहर में प्रवेश करने वाले सभी राष्ट्रीय राजमार्ग आपस में मुजफ्फरपुर रिंग रोड के माध्यम से जुड़ जाएंगे। मुजफ्फरपुर रिंग रोड की कुल लम्बाई लगभग 40 किमी होगी। इसके बन जाने से मुजफ्फरपुर शहर में जाम की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी और शहर का सभी दिशाओं में व्यापक फैलाव हो सकेगा।
राज्य सरकार की ओर से इन चारों सड़कों के एलाइनमेंट की सहमति प्रदान होने के बाद अब इन सभी की डीपीआर को अंतिम रूप दिया जाएगा। पथ निर्माण विभाग के अनुसार मुजफ्फरपुर-मुंगेर सड़क में पूर्व से ही पर्याप्त भूमि उपलब्ध है, जबकि मोकामा- मुजफ्फरपुर-बक्सर-हैदरिया एवं बक्सर-वाराणसी सड़क में भू-अर्जन की कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी। सीएम के सरकारी आवास एक अणे मार्ग में हुई बैठक में पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, सीएम के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, पथ निर्माण के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, सीएम के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सीएम के सचिव अनुपम कुमार व ओएसडी गोपाल सिंह सहित पथ निर्माण विभाग के वरीय अभियंता भी मौजूद थे।
सीएम नीतीश ने कहा कि सड़क के आधारभूत ढांचे के सुदृढ़ीकरण के उद्देश्य से जो परियोजना तैयार की गयी है, वह बेहतर है। नए पथों के निर्माण से लोगों को त्वरित गति से आवागमन में और सहुलियत होगी। दिल्ली, कोलकाता, वाराणसी तक सड़क के माध्यम से भी सफर करने में लोगों को सुविधा के साथ-साथ समय की बचत होगी। नए पथों के निर्माण के साथ-साथ पुराने पथों को भी मेंटेन रखना है। इससे शहरों में सुलभ संपर्कता को बढ़ावा मिलेगा।