बिहार की इन बेटियों ने दिखाई हिम्मत, कहा- दहेज देकर शादी नहीं
पटना : बिहार में शराबबंदी के बाद अब ना तो कोई दहेज की मांग करेगा और ना इसके लिए कोई बेटी जिंदा आग में झोंकी जाएगी। एक बहुत बड़ी सामाजिक पहल का गवाह बना पटना का बापू सभागार, जहां दहेज प्रथा को समूल नष्ट करने की लोगों ने शपथ ली। सभागार में बाल विवाह और दहेज विरोधी महाअभियान के आगाज के मौके पर बेटियों ने जो आपबीती सुनायी तो सभागार तालियों से गूंज उठा।
धनवंती ने कहा- मैं मंडप से उठी और जयमाला तोड़ दी
दानापुर की अठारह वर्षीया धनवंती ने बताया कि जयमाला हो चुका था। शादी की रस्म आगे बढऩे वाली थी कि लड़के के पिता ने इक्यावन हजार रुपये की मांग कर दी और लड़का चेन मांगने लगा। मेरे पिता जी गिड़गिड़ाने लगे। मुझे यह सहन नहीं हुआ। मैैंने सोचा कि अभी तो यह हाल है। कहीं शादी के बाद हमें जान न मार दें ये लोग। मैैं मंडप से उठी और जयमाला तोड़ दी।
लोगों ने दी थी समाज की दुहाई, मैं पहुंच गई थाने
धनवंती ने बताया कि उसने उसी समय कहा कि इससे शादी नहीं करेंगे। मेरे मां-पापा ने मुझे समझा और समाज की परवाह किए बगैर मेरा साथ दिया। मैंने थाने में रिपोर्ट लिखाई। महिला हेल्प लाइन से मुझे छह हजार रुपये का इनाम मिला और डीएम साहब ने भी मदद की। आज मैैं बीए पार्ट-1 में पढ़ रही हूं। कंप्यूटर का कोर्स भी कर रही हूं। मैैंने तय किया है कि शादी बिना दहेज लेने वाले लड़के से ही करूंगी।
मेरी मां ने समझा और शादी रुकवा दी गयी : रिंकू
वैशाली के बिदुुपुर की रहने वाली सत्रह वर्षीया ङ्क्षरकू कुमारी ने कहा, पंद्रह वर्ष की उम्र में मां ने मेरी शादी तय कर दी। मैैंने अपनी मम्मी से कहा कि मेरा विवाह क्यों कराना चाहती हो? मम्मी ने कहा कि पैसे नहीं है पढ़ाने के लिए। मैैंने शिक्षा विभाग की कामिनी दीदी को कहा। मेरी मां समझी और मेरी शादी रुकवा दी गयी।
बेटी भी आपको कमा कर खिला सकती है : काजल
गया के कोच से आयी चौदह वर्षीया काजल कुमारी ने कहा कि मेरी मां मेरी शादी करना चाहती थी। मैैंने कहा कि मैं अभी छोटी हूं, शादी नहीं करूंगी। महिला विकास निगम की दीदी गांव में आईं तो मैंने उनसे सारी बात बताई। उन्होंने मेरी शादी रुकवा दी। मैैं कहती हूं- बेटी आपको कमा कर नहीं खिला सकती है क्या?
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