फरारी की तरह सड़क पर फर्राटा भरेगी आपकी गाड़ी, 11 घंटे में पटना से दिल्ली
नयी दिल्ली : नयी दिल्ली, पुरानी दिल्ली आैर आनंद विहार रेलवे स्टेशन आैर इन स्टेशनों पर बिहार की आेर जाने वाली ट्रेनों में ठसाठस भीड़ अक्सर अखबारों आैर मीडिया की सुर्खियां बनती रही हैं। इन ट्रेनों में सवार होने के बाद भारी भीड़ का सामना करने के साथ ही एक आम यात्री को पटना, मुजफ्फरपुर पहुंचने के लिए काफी समय भी जाया करना पड़ता है। जरा सोचिए, अगर आपके पास अपनी गाड़ी है आैर आपका 16 से 24 घंटे का सफर महज 11 घंटे में पूरा हो जाये, तो कैसा रहेगा?
जी हां, बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं आप। 11 घंटे आैर महज 11 घंटे। दिल्ली से पटना आने आैर पटना से दिल्ली जाने वालों की सुविधा के लिए सरकारें कुछ एेसा ही करने जा रही है। खबर है कि भाजपा नीत केंद्र, उत्तर प्रदेश आैर बिहार सरकारें एक एेसी सड़क बनाने जा रही है, जिस पर आपकी गाड़ी एक तो फरारी कर तरह फर्राटा भरेगी, दूसरा यह कि आप ट्रेनों से सफर करने पर लगने वाले कम समय में ही पटना से दिल्ली आैर दिल्ली से पटना पहुंच जायेंगे।
2019 का आम चुनाव सरकार का अहम लक्ष्य
खबर है कि केंद्र की पीएम मोदी सरकार, उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार आैर बिहार की नीतीश कुमार की सरकार ने मिलकर वर्ष 2019 तक एक एेसी सड़क बनाने की योजना बनायी है, जिसकी कुल दूरी 1100 किलाेमीटर होगी आैर इस पर सफर करने वाले पटना से दिल्ली महज 11 घंटे में पहुंच जायेंगे। हालांकि, कहा यह जा रहा है कि इन तीनों सरकारों की आेर से इस सड़क के निर्माण की योजना अगले आम चुनाव को ध्यान में रखकर बनायी गयी है।
नये आर्थिक काॅरिडोर का होगा निर्माण
अंग्रेजी के अखबार इकोनाॅमिक्स टाइम्स ने लिखा है कि केंद्र, उत्तर प्रदेश आैर बिहार सरकार की आेर से इस सड़क के निर्माण की योजना रिंग रोड आैर एक्सप्रेस-वे नेटवर्क तथा दिल्ली-मुंबर्इ इंडस्ट्रियल काॅरिडोर के तहत नये आर्थिक काॅरिडोर के निर्माण के लिए बनायी गयी है। बताया यह भी जा रहा है कि फिलहाल, सड़क मार्ग से दिल्ली से पटना आने में कम से कम 18 घंटे का समय लगता है, जो उत्तर प्रदेश में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के निर्माण के पहले काफी लंबा था। बता दें कि उत्तर प्रदेश में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य इसी साल पूरा किया गया है।
सरकार का माना जा रहा सकारात्मक कदम
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे आैद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अवनीश के अवस्थी ने कहा कि यह बहुत ही सकारात्मक कदम है। हमें इस बात की उम्मीद है कि रिंग रोड आैर एक्सप्रेस-वे का काम पूरा हो जाने के बाद लोगों को सड़क मार्ग से दिल्ली से पटना का सफर तय करना आसान हो जायेगा। इसके साथ ही, उम्मीद यह भी की जा रही है कि इसकी शुरुआत हो जाने के बाद दिल्ली से पटना वाले एक्सप्रेस-वे पर गाड़ियों की आवाजाही काफी बढ़ जायेगी।
ट्रेन छोड़ एक्सप्रेस-वे से दिल्ली से पटना जाना चाहेंगे लोग
उन्होंने कहा कि अभी हाल ही के दिनों में दिवाली के दिन विमानन कंपनियों की आेर से जब हवार्इ किराया बढ़ा दिया था, तो उस दिन आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर करीब 32000 कारों समेत छोटे वाहनों की आवाजाही काफी बढ़ गयी थी। उन्होंने बताया कि प्राधिकरण को इस बात की भी उम्मीद है कि इस काॅरिडोर का काम पूरा हो जाने के बाद ज्यादातर लोग पटना से दिल्ली का सफर तय करने के लिए एक्सप्रेस-वे का ही चयन करेंगे।
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गाजीपुर से 350 किलोमीटर एक्सप्रेस-वे का होगा निर्माण
गौरतलब है कि दिल्ली-मुंबर्इ आैद्योगिक काॅरिडोर के तहत इस आर्थिक काॅरिडोर के निमार्ण के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार की आेर से चार नयी परियोजनाएं तैयार की गयी हैं। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने गाजीपुर तक पहले से बने एक्सप्रेस-वे के साथ जोड़ने वाली परियोजना का काम पूरा करने के लिए निविदा आमंत्रित किया है, जिसमें करीब 350 किलोमीटर तक पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जायेगा। हालांकि, इस समय राष्ट्रीय राजमार्ग के जरिये लखनऊ से पटना तक सफर पूरा करने में वाहनों को करीब 11 घंटे तक समय लग जाता है।
देश का सबसे बड़ा आर्थिक काॅरिडोर होगा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
बताया यह भी जा रहा है कि पटना एक्सप्रेस-वे के साथ जुड़कर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे देश का सबसे बड़ा सड़क मार्ग हो जायेगा। पटना एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के द्वारा कराया जा रहा है। अवस्थी ने कहा कि हम अगले साल के मार्च महीने में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य की शुरुआत करेंगे। उन्होंने बताया कि इसके लिए भूमि अधिग्रहण का काम करीब-करीब 77 फीसदी तक पूरा कर लिया गया है। हम यह योजना बना रहे हैं कि 30 महीनों में पूर्वांचल एक्सप्रेस का निर्माण कार्य पूरा कर लें।
2000 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा पटना एक्सप्रेस-वे
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि पटना एक्सप्रेस-वे परियोजना का निर्माण करीब 2000 करोड़ रुपये की लागत से कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि यदि बहार सरकार भूमि उपलब्ध करा देती है, तो हमें पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के विस्तार की उम्मीद है।
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