बिहार के बच्चों में वायरल बुखार के बढ़ते मामलों को लेकर सभी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, जिला अस्पतालों और प्राथमिक चिकित्सा अस्पतालों को अलर्ट किया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों के स्वास्थ्य में हो रहे बदलाव को गंभीरता से लेने और उनके इलाज को प्राथमिकता में शामिल करने का निर्देश दिया है।
विशेषज्ञ डॉक्टरों की तीन टीमों को मुजफ्फरपुर, गोपालगंज और सीवान भेजा गया है। स्वास्थ्य विभाग के तहत संचालित राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने बताया कि बच्चों के वायरल बुखार, सर्दी-खांसी, न्यूमोनिया से संबंधित कई मामले अस्पतालों में आए हैं। इसको लेकर सभी जिलों के सरकारी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है।
डॉक्टरों को अस्पतालों में ड्यूटी के दौरान मौजूद रहने की हिदायत दी गयी है। गौरतलब है कि पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पतालों, गोपालगंज, सीवान, वैशाली व अन्य जिलों में भी वायरल बुखार से पीड़ित बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने से स्वास्थ्य व्यवस्था को सतर्क किया गया है।
निजी अस्पतालों से भी स्वास्थ्य विभाग ने संपर्क किया
कार्यपालक निदेशक श्री सिंह ने बताया कि इसके साथ ही प्रमुख निजी अस्पतालों से भी स्वास्थ्य विभाग संपर्क में है ताकि बच्चों को होने वाली स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों पर नजर रखी जा सके। निजी अस्पतालों में अभी बीमार बच्चों की संख्या कम है। उन्होंने बच्चों के कोरोना से पीड़ित होने से इंकार किया और कहा कि उनके स्वास्थ्य को लेकर सभी सावधानियां बरती जा रही हैं।
तीन मेडिकल टीमों को अलग-अलग जिलों में भेजा गया
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बच्चों को हो रहे बुखार व अन्य परेशानियों को देखते हुए तीन मेडिकल टीमों का गठन किया गया है। एकीकृत रोग निगरानी परियोजना (आईडीएसपी) के विशेषज्ञों को इस टीम में शामिल किया गया है। एक टीम मुजफ्फरपुर, दूसरी गोपालगंज और तीसरी टीम सीवान भेजी गई है।
विभागीय सूत्रों ने बताया कि मुजफ्फरपुर गयी टीम एसकेएमसीएच, केजरीवाल अस्पताल व अन्य अस्पतालों का दौरा कर देर शाम पटना वापस लौटी। मेडिकल टीम ने वहां बच्चों के इलाज को लेकर किए जा रहे कार्यों की जानकारी राज्य स्वास्थ्य समिति को दी।
वहीं, गोपालगंज व सीवान में मेडिकल टीम गुरुवार को जिला अस्पतालों का भ्रमण कर वास्तविक स्थिति की जानकारी प्राप्त करेगी। साथ ही, पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में फैले वायरल बुखार के असर को लेकर भी छानबीन करेगी।
शिशु रोग चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों का प्रशिक्षण शुरू
पटना एम्स में पीडियाट्रिक्स के डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों का प्रशिक्षण शुरू हो गया। प्रथम चरण में छह जिलों के पीडियाट्रिक्स के डॉक्टरों, जीएनएम व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। राज्य स्वास्थ्य समिति के सूत्रों ने बताया कि सभी जिलों के डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों को चरणबद्ध तरीके से बच्चों से संबंधित बीमारी के इलाज के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।