एक दिन से एक महीने तक के मुख्यमंत्री
कनार्टक चुनाव 2018 के सबसे पेचीदा चुनावों में से एक रहा हैं। जहां सरकार बनाने के लिए दोनों ही पार्टियो ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी ,बीते एक साल से दोनों ही पार्टियो पूरे दम – खम से चुनाव जीतने की कोशिश कर रही थी । कनार्टक चुनाव में भाजपा की तरफ़ से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार येदियुरप्पा ने अपने दो दिन के कार्यकाल को इस्तीफ़ा देना पड़ा। भाजपा जहा कनार्टक में सरकार बनाते–बनाते रह गई वही येदियुरप्पा तीसरी बार मुख्यमंत्री बनते-बनते रह गए। ये पहली बार नही हैं जब येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और उन्हें इस्तीफ़ा देना पड़ा। इससे पहले भी उन्होंने एक बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और एक महीने से कम के अंतराल में उन्हें इस्तीफ़ा देना पड़ा।
पहली बार 12 नवम्बर 2007 को उन्होने शपथ ली और 19 नवम्बर 2007 को उन्हें इस्तीफ़ा देना पड़ा तब वे सात दिन के मुख्यमंत्री रहे। दूसरी बार 17 मई 2018 को शपथ ली और उसके दो ही दिन के बाद उन्हे अपने पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा।येदियुरप्पा ऐसे पहले मुख्यमंत्री नही है,जिन्होने अपना कार्यकाल एक दिन या एक महीने से कम में समाप्त किया हैं।उनके अलावा भी ऐसे कई पूर्व मुख्यमंत्री रहे हे जिन्होने अपना कार्यकाल एक दिन या एक महीने से कम मे समाप्त किया हैं।
आजादी से अभी तक के मुख्यमंत्री जिन्होंने 1 दिन से 1 महीने मे अपना कार्यकाल समाप्त किया
- दीप नारायण सिंह अठराह दिनों के लिए बिहार के मुख्यमंत्री बने थे, उन्होंने 1 फरवरी 1961 में शपथ ली और 18 फरवरी 1961 को इस्तीफ़ा दिया ।
- सतीश प्रसाद सिंह पांच दिनों के लिए बिहार के मुख्यमंत्री बने थे, उन्होने 28 जनवरी 1968 में शपथ ली और 1 फरवरी 1968 को उन्हे इस्तीफा देना पड़ा।
- इस सूची में बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार भी शामिल है, सन् 2000 में उन्होने ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और आठ दिनो के अंदर ही इस्तीफ़ा देना पड़ा।
- मेघालय के डी.डी लालपंग, उन्होने ने 4 मार्च 2008 को शपथ ली और 19 मार्च 2008 को उन्हे इस्तीफ़ा देना पड़ा। वो सोलह दिनो के लिए मेघालय के मुख्यमंत्री बने थे।
- यूपी के चन्द भानू गुप्ता दूसरी बार सिर्फ उन्नीस दिनो के लिए मुख्यमंत्री पद को सभांला। उन्होने 14 मार्च 1967 को शपथ ली और 2 अप्रैल 1967 को इस्तीफा दिया।
- राजस्थान के हीरा लाल देवपुरा सोलह दिन के मुख्यमंत्री थे। 10 मार्च 1985 को उन्हे अपना इस्तीफ़ा देना पड़ा था।
- उतराखंड के हरीश रावत एक दिन के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।उन्होने ने 21 अप्रैल 2016 को शपथ ली और 22 अप्रैल 2016 को उन्हे इस्तीफ़ा देना पड़ा ।
- मध्यपदेश के अजुर्न सिंह एक दिन के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।उन्होने ने 11 मार्च1985 को शपथ ली और 12 मार्च1985 को उन्हे इस्तीफ़ा देना पड़ा।
- ओमप्रकाश चौटाला दूसरे बार सिर्फ छः दिन के लिए हरियाण के मुख्यमंत्री बने थे।उन्होने 12 जुलाई 1990 से 17जुलाई 1990 तक पद को सभांला । 22 मार्च 1991 को उन्होने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और 6 अपैल 1991 को उन्हे इस्तीफ़ा देना पड़ा इस दौरान वे सोलह दिन के मुख्यमंत्री रहे।
- महाराष्ट्र के पीके सावत दस दिनो के लिए पद को सभाला। 25 नम्बर 1963 को शपथ ली और 4 दिसंबर 1963 को इस्तीफ़ा देना पड़ा।
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