चुन्नू भैया और दर्द-ए- आधार (Aadhaar)
ऑफिस से घर लौटते समय चाय की तलब हुई तो पहलवान जी की चाय दूकान के पास पैरों ने आटोमेटिक ब्रेक दबा दिया। इससे पहले की गाडी से उतरते पीछे से लगा की किसी ने धप्पा मारा। मुड़ के देखे तो साक्षात प्रभु के दर्शन हो गए।
“परनाम चुन्नू भिया, कोनो गलती हो गया का ? इतना कस के मारे हैं की बाम उखड गया।”
चुन्नू भैया को हमारे नौटंकी पे तरस नही आया, बोले, “सब तोरे कारण हो रहा है।“
वैसे तो हम कोई न कोई काण्ड करते ही रहते हैं लेकिन इस बार समझ में नहीं आया की आखिर इस बार क्या हो गया।
“हुआ कोंची बताइयेगा ??“ हमने पूछा।
“तुम ही ना बोलता था कि आधार कार्ड बनवा लीजिये बहुते काम देगा। ई काम का देगा, साला हमरे से काम ले रहा है।”
हम समझ गए थे कि चुन्नू भैया भी वही दर्द से परेशान हैं, जिससे पूरा देश। लेकिन हम अनजान बने रहे।
“चलिए भिया चाय पिते हैं… समोसा भी छना रहा है” हमने बात बदलने की कोशिश की। तरकीब काम कर गयी। चुन्नू भैया ने चाय की लम्बी चुस्की ली और बोले
“देखो पहिले बोलिस आधार बनवाइए, केतना लग भीड़ के बनवाए हैं, जानबे करते हो।“
हम सर हिला के समर्थन किये।
“फिर बोलिस की गैस कन्नेक्शन में लिंक कीजिये सब्जी चाहिए तो।“
“सब्सिडी, चुन्नू भिया” हमने सुधारने की कोशिश की।
“अरे हाँ यार तुम तो शब्द अईसे पकड़ते हो जैसे की लट्ठो को मक्खी, भावना को समझबे नही करते हो।“
हम चुप रहे। वो चाय का गिलास को एक घूँट में खाली कर के आगे बोले
“फिर बोला बैंक में जोरिये, अब कहता कि पैन कार्ड में जोरिये माथा ख़राब कर दिया है। ई साला आधार कार्ड न हुआ स्विच बोर्ड हो गिया… पंखा भी जोरिये, बौल भी जोरिये, मरकरियो के जोरिये सब चीज के येही में जोड़ दीजिये।“
हमने समझाने की कोशिश की “अरे भिया सब फर्जी पैन कार्ड बना के टैक्स चोरी कर लेता है वही से…”
हमारी बात को बीच में ही काटते हुए बोले
“पोलटिक्स जादा बतिआयेगा हमरा से ? धोतपोंगरा बुझा रहे हैं तुमको हम ??”
चुन्नू भैया का पारा चढ़ गया था। बेंच से उठते हुए बोले
“ई नेतवा सब कहियो वोटर कार्ड में जोड़ेगा का आधार कार्ड के ??
बोलो तो। वोगस वोटिंग होता है की नहीं ?? हमरे चरा रहे हो ?”
फिर चुन्नू भैया 1 समोसा उठाके मूह में ठूसे और
“पैसा एकरा से ले लीजियेगा पहलवान जी, और जी एस टी भी काट लीजियेगा, तेज बनता है“ बड़बड़ाते हुए निकल गए।
हम चाय का गिलास हाथ में पकडे सोचते ही रह गए कि चुन्नू भैया बात तो कुछ बड़ा ही बोल के गए हैं।