अंधेरे में भी दुश्मनों के परखच्चे उड़ाएगी पृथ्वी-2 मिसाइल, जानें खास बातें
बालेश्वर (ओडिशा): भारत ने बुधवार को देश में निर्मित एवं परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम तथा 350 किलोमीटर की दूरी तक मार करने वाली पृथ्वी-2 मिसाइल का ओडिशा के एक परीक्षण केंद्र से सफल रात्रि परीक्षण किया। रक्षा सूत्रों ने जानकारी दी कि सेना द्वारा प्रायोगिक परीक्षण के तौर पर सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल को रात करीब साढ़े आठ बजे चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र (आईटीआर) के प्रक्षेपण परिसर-3 से दागा गया।
आपको बता दें कि इस सटीक परीक्षण से पहले 18 जनवरी को अग्नि-5, छह फरवरी को अग्नि-1 और अग्नि-2 का ओडिशा अपतटीय क्षेत्र स्थित अब्दुल कलाम द्वीप से सफल परीक्षण किया गया था। गत सात फरवरी को चांदीपुर स्थित आईटीआर से पृथ्वी-2 का भी सफल प्रायोगिक परीक्षण किया गया था।
अत्याधुनिक पृथ्वी-2 मिसाइल 500 से एक हजार किलोग्राम तक का आयुध ले जाने में सक्षम है और यह दोहरे इंजन वाली तरल प्रणोदक चालित है। रक्षा सूत्रों ने बताया कि यह अत्याधुनिक मिसाइल 350 किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती है जिसमें लक्ष्य को भेदने के लिए आधुनिक जड़त्वीय दिशा-निर्देशन प्रणाली लगी है और यह अपने प्रक्षेप पथ पर बड़ी कुशलता से आगे बढ़ती है।
सूत्रों ने बताया कि प्रशिक्षण अभ्यास के तहत मिसाइल को उत्पाद भंडार से रैंडम तरीके से उठाया गया और इसकी समूची प्रक्षेपण गतिविधियों को सेना की रणनीतिक बल कमान ने अंजाम दिया तथा रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के वैज्ञानिकों ने इसकी निगरानी की।
एक नजर में जानें खास बातें
- पृथ्वी भारत की पहली देश में निर्मित बैलिस्टिक मिसाइल है।
- यह सतह से सतह पर 350 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम है।
- यह परंपरागत और परमाणु, दोनों तरह के हथियार ले जाने में सक्षम है।
- मिसाइल में 500 से 1000 किग्रा तक का भार उठाने की क्षमता है।
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