किराया प्लेन का और सवारी ट्रेन की..जानिए कैसे हो रही है सुविधा से हो रही असुविधा
पूजा के दौरान मुंबई से आने वाले यात्रियों को अब ‘सुविधा’ ट्रेन से काफी असुविधा होने लगी है। जिस श्रेणी में पटना से मुंबई जाने का किराया उन्हें हमसफर एक्सप्रेस में अधिकतम 3500 रुपये तक लिया जा रहा है वहीं सुविधा एक्सप्रेस में यात्रा करने के लिए यात्रियों को अधिकतम किराया इसी श्रेणी में यात्रा करने के लिए 6400 रुपये तक वसूला जा रहा है।
जबकि यात्री सुविधा के मामले में सुविधा एक्सप्रेस उन्हें पूरी तरह निराश करने वाली है और हमसफर में उन्हें यात्रा के दौरान पूरा आराम देने की कोशिश की जा रही है।
विदित हो कि रेलवे की ओर से सुविधा एक्सप्रेस का किराया मूल किराए का अधिकतम तीन गुना तक लिया जा सकता है। यात्रियों की मानें तो छठ पूजा के समय सुविधा एक्सप्रेस का किराया पीक पर पहुंच चुका है। यहां तो अधिकतम किराया साढ़े तीन गुना तक वसूला जा रहा है।
पटना से मुंबई का किराया आम तौर पर सुविधा एक्सप्रेस में एसी थ्री का बेस फेयर 1785 रुपये है जबकि छठ पूजा के समय इसका किराया 6400 रुपये से अधिक पहुंच चुका है। एसी टू का बेस फेयर 2600 रुपये है जबकि पूजा के दौरान पीक सीजन में यह 9000 का आंकड़ा पार कर चुका है।
स्लीपर श्रेणी का बेस फेयर 675 रुपये है। छठ पूजा के दौरान इसका किराया बढ़कर 2300 रुपये से अधिक तक पहुंच चुका है। जबकि हमसफर एक्सप्रेस में फ्लेक्सी सिस्टम लागू होने के बावजूद न्यूनतम किराया जहां 2475 रुपये है और अधिकतम किराया 3600 रुपये के आसपास ही रह रहा है।
ट्रेनों में मिल रहे यात्री सुविधा के मामले में हमसफर के सामने सुविधा एक्सप्रेस साफ-सफाई से लेकर बोगी की इंटीरियर खूबसूरती व आराम के मामले में अतुलनीय है।
सुविधा एक्सप्रेस के भाड़े की तुलना अगर हवाईजहाज से की जाए तो भी सुविधा का किराया भारी पडऩे लगा है। छठ पूजा के समय मुबंई से पटना आने का किराया जहां इंडिगो व गो एयर से 7617 से लेकर 9246 तक के बीच ही है। ट्रेन से जाने में 31 घंटे लगेंगे जबकि प्लेन से जाने में ढाई से चार घंटे लगेंगे।
प्रीमियम ट्रेन में राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी, हमसफ़र एक्सप्रेस और दुरंतो जैसी ट्रैनें शामिल हैं। इन ट्रेनों में डायनामिक किराया लगाया जाता है। सुविधा एक्सप्रेस में 20 फीसदी सीट बुक हो जाने के बाद किराया बढ़ा दिया जाता है। बीस फीसदी से चालीस फीसदी टिकट बुक होने पर उन टिकटों पर डेढ़ गुना किराया लगता है और 40 फीसदी से 60 फीसदी टिकट बुक होने पर टिकट की कीमत लगभग दोगुनी हो जाती है।
दरअसल जैसे-जैसे टिकट की मांग बढ़ती जाती है, टिकट के दाम भी बढ़ते जाते हैं और 80 फीसदी से ऊपर टिकट बुक होने पर टिकट की कीमत बेसिक कीमत से करीब तीन गुना बढ़ जाती है। इस वर्ष भी बढ़ती मांग के कारण टिकटों के दाम भी बढ़ते चले गए हैं और 17 अक्टूबर का टिकट जो कि 2381 रुपये का होता है, वह अब 9135 रुपये में बेचा जा रहा है। इसलिए इस साल यदि आप मुंबई से पटना प्रीमियम ट्रेन से जाने का विचार कर रहे हैं, तो आप एक बार विमान के टिकट से तुलना कर लीजिये।