मूसलाधार बारिश के बीच शुरू हुआ कॉमनवेल्थ गेम्स का उद्घाटन, सिंधू करेंगी अगुवाई
गोल्ट कोस्ट में 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स का उद्घाटन समारोह शुरू हो गया है। भारत के कुल 218 खिलाड़ी इन खेलों में हिस्सा ले रहे हैं। खेलों के शुभारंभ समारोह में भारत की अगुआई बैडमिंटन खिलाड़ी पी.वी. सिंधु कर रहीं हैं।
मूसलाधार बारिश के बीच इस गेम्स का रंगारंग आगाज हो रहा है। पूरा स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा है। उद्घाटन समारोह में ऑस्ट्रेलियाई संस्कृति की झलक दिख रही है। उद्घाटन समारोह का थीम ‘हैलो अर्थ’ रखा गया है और इसी के साथ नीले रंग के फायरवर्क के अधिकारिक रूप से समारोह का उद्घाटन हुआ। समारोह का भव्य आगाज हुआ और स्थानीय कलाकारों की बेहतरीन प्रस्तुति ने दुनिया भर के खेलप्रेमियों का दिल जीत लिया।
बैटमिंटन स्टार पीवी सिंधु ‘परेड ऑफ दे नेशन’ में भारतीय दल की ध्वजवाहक की भूमिका निभाएंगी। उद्घाटन समारोह में करीब 4000 कलाकार अपने प्रदर्शन का जलवा बिखेरेंगे। कॉमनवेल्थ गेम्स में ये पहला मौका होगा जब भारतीय महिला खिलाड़ी साड़ी में नहीं बल्कि नेवी ब्ल्यू ब्लेजर और ट्राउजर में नजर आएगा। इससे पहले भारत की महिला खिलाड़ियों को पारम्परिक परिधान साड़ी के साथ वेस्टर्न ब्लेजर पहनना पड़ता था, लेकिन अब उनके ड्रेस कोड को बदल दिया गया है।
इन खेलों का आयोजन चार से 15 अप्रैल के बीच होना है। इसमें 53 देशों के एथलीट हिस्सा लेंगे। इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स में कुल 275 इवेंट्स होने हैं, जिसमें 6500 ऐथलीट्स हिस्सा लेंगे। भारत समेत कुल 71 देश कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में भागीदारी कर रहे हैं। कुल 18 खेल होने हैं, जिसमें से भारत 14 में भाग ले रहा है।
खेलों के इस महोत्सव में इस बार भारत को निशानेबाजी, बॉक्सिंग, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, हॉकी और एथलेटिक्स में भारतीय दल को पदक का मजबूत दावेदार माना जा रहा है। पिछले तीन कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत 215 मेडल जीत चुका है। 2006 में 50, 2010 में 101 और 2014 में 64 मेडल भारत की झोली में आए थे।
भारत का दूसरा सबसे बड़ा दल
218 खिलाड़ियों का ये दल भारत का अभी तक का कॉमनवेल्थ का दूसरा सबसे बड़ा दल है। इससे पहले भारत ने वर्ष 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी की थी। देश की राजधानी नई दिल्ली में खेल आयोजित हुए थे। भारत ने इन खेलों में 619 खिलाड़ियों का भारी भरकम दल उतारा था और भारतीय दल इन खेलों में 38 स्वर्ण सहित 101 पदक जीतने में कामयाब रहा था। इसके चार साल बाद यानी वर्ष 2014 में ग्लास्गो में आयोजित भारत के 215 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था जिन्होंने 15 स्वर्ण सहित 64 पदक हमारे खिलाड़ियों ने जीते थे।
इस वजह से नहीं हुए थे दो कॉमनवेल्थ
कॉमनवेल्थं देशों में में वह सभी 53 देश शामिल हैं जो कभी ब्रिटिश औपनिवेशिक व्यवस्था का हिस्सा थे। पहला राष्ट्रमंडल खेल 1930 में कनाडा में खेला गया था और तब से ही इसका आयोजन हर 4 साल बाद होता रहा है। हालाकि 1942 और 1946 में द्वितीय विश्व युद्ध के कारण इन का आयोजन नहीं हो सका था।