भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की सीरीज का तीसरा टेस्ट शुरू होने में अब बस एक दिन का समय बचा है। दोनों टीमों के बीच पहला टेस्ट ड्रॉ हो गया था, जबकि लॉर्ड्स में खेले गए दूसरे मैच में टीम इंडिया ने अंग्रेजों के खिलाफ रोमांचक मैच में 151 रनों से जीत दर्ज की। सीरीज का तीसरा टेस्ट अब लीड्स के हैडिंग्ले मैदान पर होना है। सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल करने के बाद भी यह मैच भारत के लिए बिल्कुल आसान नहीं रहने वाला है, क्योंकि हैडिंग्ले इंग्लिश कप्तान जो रूट का घरेलू मैदान है। रूट ने इस सीरीज में अपने बल्ले की धमक जमकर सुनाई है और दोनों टीमों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।
वैसे तो भारतीय पेस अटैक का इस सीरीज में प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है, लेकिन जब उनके सामने जो रूट आते हैं, तो कहानी बदल जाती है। रूट की शानदार फॉर्म का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने सीरीज के सिर्फ दो मैचों में ही लगभग 400 के करीब रन बना डाले हैं। इसमें दो जोरदार शतक और एक फिफ्टी शामिल है। रूट के नॉटिंघम में जमाए शतक के दम पर ही टीम भारत के खिलाफ मैच को ड्रॉ करा पाई थी। भारत को अगर इस सीरीज में 2-0 की बढ़त हासिल करनी है तो उसे रूट के बल्ले पर निश्चित तौर पर लगाम लगानी पड़ेगी।
रूट ने इस टेस्ट के शुरू होने से पहले कहा है कि उनकी टीम तीसरे टेस्ट में स्लेजिंग या लड़ाई-झगड़े से बचना चाहेगी। दोनों टीमों के बीच लॉर्ड्स टेस्ट गहमा-गहमी से भरे माहौल में खेला गया, जिसमें दोनों ही टीमों के खिलाड़ी एक-दूसरे पर लगातार स्लेजिंग करने से नहीं कतरा रहे थे। इसको लेकर रूट ने कहा है उनकी टीम ने पिछले मुकाबले से सबक सीखा है और अनावश्यक रूप से किसी बहस में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि, ‘खेल के दौरान स्थिति थिएटर जैसी हो गई थी। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम जिस तरह से खेलना चाहते हैं, उसी तरह से खेलें और हम जितना हो सके उस पर नियंत्रण रखें। हम ऐसी चीजों से बहुत अधिक विचलित या आकर्षित होने से बचना चाहेंगे जिसमें ईमानदारी नहीं हो।’