बिहार पुलिसवाले से उठक-बैठक कराने वाले अधिकारी पर कार्रवाई नहीं, स्‍थानांतरण से उठे सवाल

बिहार के अररिया जिले में कोरोना (CoronaVirus) संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान एक चौकीदार से कान पकड़कर उठक-बैठक कराकर वहां के कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार (Manoj Kumar) सुर्खियों में आ गए हैं। जिला कृषि पदाधिकारी को लॉकडाउन में सड़क पर देख चौकीदार ने उनसे पांस की मांग की, जिससे उन्‍हें गुस्‍सा आ गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद कार्रवाई के आश्‍वासन के बीच उनका स्थानांतरण कर उन्‍हें नई जिम्‍मेदारी दी गई है।

इस स्‍थानांतरण से जांच की प्रक्रिया व विभागीय मंशा पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। हालांकि, कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा है कि कृषि पदाधिकारी के खिलाफ एफआइआर दर्ज है, जांच भी चल रही है। उन्‍हें अररिया से इसलिए हटाया गय है कि जांच प्रभावित नहीं हो। सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने भी कहा है कि आरोपित अधिकारी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

अधिकारी के खिलाफ एफआइआर, एएसआइ सस्‍पेंड

विदित हो कि अररिया जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें ज़िला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार अपने पद का धौंस देते हुए एक चौकीदार को कान पकड़ उठक-बैठक करने की सजा देते दिखे। उनका साथ एक जूनियर पुलिस अधिकारी (ASI) भी देता है। इस मामले में उक्‍त एएसआइ गोविन्द सिंह को निलंबित किया गया, फिर ज़िला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार व कृषि समन्वयक राजीव कुमार के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई।

घटना का मुख्‍यमंत्री-कृषि मंत्री तक ने लिया संज्ञान

इस मामले का मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार व कृषि मंत्री प्रेम कुमार से लेकर डीजीपी गुप्‍तेश्‍वर पांडेय व बिहार मानवाधिकार आयोग तक ने संज्ञान लिया। बिहार के कृषि मंत्री ने भी घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच का आदेश दिया था। उन्‍होंने 24 घंटे के भीतर जांच कर कार्रवाई की बात भी कही थी।

डीजीपी ने फोन कर जताया खेद, दिया कार्रवाई का भरोसा

ड्यूटी पर तैनात चौकीदार से उठक-बैठक कराने और बदसलूकी करने के इस मामले का संज्ञान बिहार के डीजीपी गुप्‍तेश्‍वर पांडेय ने लिया था। उन्‍होंने खुद कांस्‍टेबल को फोन कर घटना के लिए खेद जताते हुए कार्रवाई का भरोसा दिया था। घटना की एफआइआर दर्ज कर पुलिस भी जांच में जुटी है।

पटना स्‍थानांतरित कर बना दिया उप निदेशक

अधिकारी को पटना स्‍थानांतरित करते हुए मुख्यालय में उपनिदेशक बना दिया गया है। कृषि विभाग के अपर सचिव विजय कुमार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार अररिया के जिला कृषि पदाधिकारी के स्‍थानांतरण के बाद वहां का प्रभार फिलहाल किशनगंज के जिला कृषि पदाधिकारी संतलाल प्रसाद साह देखेंगे। यही अधिसूचना 25 अप्रैल की शाम में जारी की गई।

कार्रवाई के बदले स्‍थानांतरण, मंशा पर खड़े हुए सवाल

आरोपित अधिकारी, जिसके खिलाफ कार्रवाई की बात हो रही थी, को पटना स्‍थानांतरित कर नई जिम्‍मेदारी देने पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। उनके स्थांतरण से अररिया के चौकीदारों में आक्रोश है। जिला चौकीदार संघ के अध्यक्ष रामदेव पासवान ने कहा कि इससे चौकीदारों का मनोबल टूट गया है और वे ठगा महसूस कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि इसके खिलाफ वे अपने आवास परिवार के साथ लॉकडाउन का पालन करते हुए उपवास पर बैठेंगे।

कृषि मंत्री ने कहा: जांच जारी, दोषी पाए जाने पर कार्रवाई तय

इस मामले में बिहार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि कृषि पदाधिकारी के खिलाफ जांच चल रही है। उनके खिलाफ एफआइआर भी दर्ज है। उन्‍होंने विभागीय सचिव को जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया था। इसके बाद कृषि सचिव ने अधिकारी के स्‍थानांतरण की अनुशंसा की थी। उसके आधार पर उन्‍हें मुख्यालय बुलाया गया है।

मंत्री ने कहा कि अधिकारी को स्‍थानांतरित इसलिए किया गया है कि वे अपने खिलाफ जांच को प्रभावित नहीं कर सकें। जांच में दोषी पाये जाने पर उनका निलंबन ताे होगा ही, गिरफ्तारी भी होगी।

सूचना व जनसंपर्क मंत्री ने कहा- कठोर कार्रवाई होगी

सूचना जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने भी कहा कि अररिया के कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार का प्रमोशन नहीं हुआ है। उनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही है, एफआइआर दर्ज हुई है। उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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