बोधगया में पीपल के पेड़ की टहनी गिरी!
तीन दिनों से हो रही बारिश और तेज हवा के कारण गुरुवार को महाबोधि (Mahabodhi) मंदिर परिसर में लगे डेढ़ सौसाल पुराने विशाल पीपल के पेड़ की टहनी गिर गई। यह पेड़ महाबोधि मंदिर व पवित्र बोधिवृक्ष के उत्तरी छोर पर रत्ना गृह के पास अवस्थित है। इसके बाद मंदिर में भगदड़ मच गई। हांलाजी किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
घटनास्थल के पास के गर्भगृह की परिक्रमा कर रहे थे श्रद्धालु
जिस जगह पर टहनी टूट कर गिरी है, इसके कुछ ही दूरी पर कई देशी-विदेशी श्रद्धालु गर्भगृह की परिक्रमा कर रहे थे। टहनी टूटने के दौरान कड़कड़ाहट की तेज आवाज सुनकर मेडिटेशन व परिक्रमा कर रहे लोग भाग खड़े हुए। इसमें एक भारतीय श्रद्धालु जख्मी हो गया, वही साधना कर रहे कई विदेशी पर्यटक बाल-बाल बच गए। पेड़ के नीचे भगवान विष्णु, गणेश, शनि देव आदि देवी-देवताओं की प्रतिमा है, जिसकी पूजा करने के लिए हर दिन भीड़ लगी रहती है। पेड़ की टहनी गिरने के बाद मंदिर का परिक्रमा करने का रास्ता ब्लॉक हो गया है।
बीटीएमसी के कर्मी पेड़ को हटाकर रास्ता साफ करने में जुट गए हैं।
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150 साल पुराना है महाबोधि मंदिर परिसर में लगा पेड़
महाबोधि मंदिर के मुख्य पुजारी भंते चालिंदा ने बताया कि टहनी को हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। यह पेड़ करीब 150 साल से अधिक पुराना है।
रात 9:00 बजे तक मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है।