तमाम जागरूकता के बाद भी गांव में अंधविश्वास खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। आज भी लोग झाड़-फूंक की चक्कर में पड़ रहे हैं। हालिया वाकया गोपालगंज जिले के बरौली के प्रेम नगर आश्रम की नजदीक का है। जब एक ओझा गुनी के सर्पदंश से मरे शख्स के जिंदा करने के दावे के बाद आधे घंटे तक झाड़-फूंक कराई गई। मरा शख्स जिंदा नहीं हुआ तो उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।

बताया जाता है कि बरौली प्रखंड के सरफरा पंचायत के बड़ा बढेया गांव निवासी रामपुकार भगत के 15 वर्षीय बेटे मुकेश कुमार की मौत सांप काटने से 15 अगस्त की सुबह में हो गई। इलाज के लिए परिजन जब उसे अस्पताल ले गए तो चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

बाद में श्मशान घाट में मृतक के नाक से रिस रहे खून में बुलबुले जैसा दिखने पर लोग ओझा-गुनी के चक्कर में पड़ गए। चिता से शव को उतार कर एक देवी स्थान पर झाड़-फूंक की गई। बाद में जिंदा नहीं होने पर शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ वहां जुटी रही।

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