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दूरदर्शन से हो रही है पौने दो करोड़ बच्चों की पढ़ाई

बिहार के सरकारी प्राथमिक स्कूलों के करीब पौने दो करोड़ विद्यार्थी भी लॉकडाउन के बीच पढ़ाई कर सकेंगे। उनके पा्यक्रम के अध्याय दूरदर्शन के माध्यम से पढ़ाए जाने की तैयारी है। सरकारी स्कूलों के छठी से लेकर 12वीं तक के बच्चों की जिस तरह डीडी बिहार पर ‘पाठशाला’ लग रही है, वही सुविधा उन्हें भी जल्द मिलने जा रही है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि इसकी तैयारी अंतिम चरण में हैं। जून के पहले सप्ताह से पहली से लेकर पांचवीं तक के बच्चों के लिए दूरदर्शन पर कक्षाएं आरंभ हो जाएंगी।

गौरतलब हो कि कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लागू लॉकडाउन के मद्देनजर 14 मार्च से ही प्रदेश के सभी स्कूल बंद हैं। इसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने बिना वार्षिक इम्तहान और मूल्यांकन लिए ही 10वीं और 12वीं को छोड़ सभी क्लास के बच्चों को अगली कक्षा में प्रोन्नत कर दिया है। पहली से 12वीं तक की पाठ्य पुस्तकें भी बिहार टेक्सटबुक पब्लिसिंग कॉरपोरेशन ने अपने वेबसाइट पर अपलोड कर दी हैं ताकि बच्चे उन्हें डाउनलोड कर पढ़ सकें। बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो, इसको लेकर छठी से 12वीं कक्षा के लिए ‘मेरा दूरदर्शन मेरा विद्यालय’ के तहत पांच घंटे की पढ़ाई चल रही है। 20 अप्रैल से ही 9वीं-10वीं के बच्चों की कक्षा लग रही है जबकि 4 मई से कक्षा 11-12 के लिए यह व्यवस्था की गयी है।

पढ़ाई में होगा ग्राफिक्स का उपयोग

प्राथमिक स्कूलों की कक्षाओं में छोटे बच्चे होते हैं इसलिए पाठ के दौरान ग्राफिक्स का भी जमकर इस्तेमाल होगा ताकि बच्चे आकर्षित हो सकें। 3 से 4 बजे पहली से तीसरी तक के बच्चों के लिए जबकि 4 से पांच बजे तक कक्षा चार और पांच के बच्चों के लिए पढ़ाई होगी।

  • बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने यूनीसेफ की मदद से पाठ्य सामग्री तैयार करायी
  • सीएम ने दिया था आदेश, सभी क्लास के बच्चों को अगली कक्षा में प्रोन्नत किया गया
  • 04 मई से कक्षा 11-12 के लिए यह व्यवस्था की गई है

दिन में तीन से पांच बजे तक चलेगी क्लास

इसी माह 19 तारीख को शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहली से पांचवीं के बच्चों के लिए भी पाठय सामग्री तैयार कर जल्द पढ़ाई आरंभ कराने को कहा था। मिली जानकारी के मुताबिक बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने यूनीसेफ की मदद से पाठ्य सामग्रियां तैयार कर ली हैं। बीईपी के एसपीडी संजय सिंह ने बताया कि अपराह्न तीन से पांच बजे तक प्राथमिक स्कूलों के बच्चों के लिए डीडी बिहार पर शिक्षकों द्वारा वीडियो-ऑडियो के माध्यम से पढ़ाई कराई जाएगी।

हेडमास्टरों की भूमिका बड़ी

जानकारी के मुताबिक, दूरदर्शन पर प्राथमिक विद्यालयों के लिए आरंभ हो रही कक्षाओं में इन स्कूलों के हेडमास्टरों की भूमिका बड़ी होगी। उन्हें अपने सभी नामांकित बच्चों को इसके लिए प्रेरित करना होगा। जिनके घर में टीवी नहीं होगा, उन्हें आस-पास के घर में जहां दूरदर्शन पर इस कार्यक्रम को देखने की सुविधा हो, वहां जाकर इसका लाभ लेने को तैयार कराना होगा।

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