ऑनलाइन गेम पबजी के चपेट में बचपन…
ऑनलाइन पबजी गेम आज कल ट्रेंड में है..
ये गेम अभी भारतीय बाजार में चीन की एक बड़ी निर्माता कंपनी की तरह ही अपनी जड़े गड़ा रहा है..

उस कंपनी का नाम अधिकतर लोग जानते है इसलिय उसका नाम लेना जरूरी नही

आइए जाने इसके बारे में कुछ विशेष बातें..

जैसा की ऊपर शीर्षक में आप लोगो ने पढ़ा #प्लेयर्स_अननोन_बैटल_ग्राउंड उर्फ पबजी ट्रेंड में तो है ही, बच्चें नौजवान सभी इस गेम की लत लगा रहे है। इस हिंसात्मक गेम की शुरुआत में ही किसी ऐसे द्वीप पर हवाई जहाज़ से कूदना होता है जहाँ दूसरें विरोधियों को मौत के घाट उतारना होता है।
इसके साथ समान लूटने की भी व्यवस्था रहती है जिसमे बंदूक गोलियों के साथ फ्राई पैन, सिकल, ग्रेनेड, कुल्हाड़ी और बम ये सभी विरोधियों को मारने के लिए इस्तेमाल कर सकते है। इसमें चिकेन डिनर पाना गेमर के लिए उपलब्धि के समान है, इस गेम में एक साथ ऑनलाइन कई लोग खेल सकते है और इंटरनेट के द्वारा गेम से जुड़े भी रहते है। इसमें अपने टीम से बातचीत भी होती रहती है, जिसमे मारने की अलग अलग रणनीति और साथियों के बचाओ की योजनाये बनती है, साथियों के बचाओ वाली बात मुझे भी ठीक लगी।
पर गंभीर बात ये है की इस गेम का एक ही मिशन है विरोधियों को मारना।
इस तरह के कई गेम बचपन बर्बाद करने पर तुले है, हद तो ये है की बच्चे गेम से इतने प्रभावित रहते है की उनके दिमाग मे ये चीज़े घर कर लेती है, जैसे हॉरर मूवी या हॉरर गेम खेलने के बाद हमे अंधेरे में डर लगता है वैसे ही बच्चें पर भी इन हिंसात्मक गेम का असर जरूर पड़ता है, जो हमारी नंगी आंखों को नही दिखता..

आज जरूरत है की बचपन 5 इंच के मोबाइल में कैद न हो बल्कि बाहर निकल कर मैदान में खेलें कूदें। 

Facebook Comments
Previous articleजल्दी करें आज से होने जा रहा है ड्रोन का रजिस्ट्रेशन
Next articleधार्मिक पौराणिक और ऐतिहासिक प्रथा है दहेज.. आइये जानते है कुछ विशेष बाते
Udhav has completed his Bachelor's and Master's degree in Journalism and Mass Communication from Nalanda Open University in Patna. He writes about all social issues and as he says in his own words, "HE IS A JOURNALIST BY EDUCATION"