संसद का शीतकालीन सत्र: श्रद्धांजलि और हंगामे के बाद राज्यसभा और लोकसभा स्थगित, अब 18 नवंबर को शुरू होगा सदन

संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया और पहले दिन संसद के दोनों सदनों में दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि दी गई। श्रद्धांजलि देने के बाद संसद के दोनों सदनों को 18 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया। संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह एक अर्थपूर्ण सत्र साबित होगा। वहीं दूसरी ओर राज्यसभा में विपक्ष के सांसदों ने जमकर हंगामा किया। इस हंगामे की वजह से सदन को स्थगित करना पड़ गया। विपक्ष ने शरद यादव और अली अनवर की राज्यसभा सदस्यता निरस्त करने पर अपनी नाराजगी जाहिर की।

अमित शाह का पहला सत्र 
शीतकालीन सत्र के लिए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह संसद पहुंचे । आपको बता दें कि बतौर राज्यसभा सांसद शाह पहली बार आज संसद के किसी सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। उन्होंने इस बात की उम्मीद भी जताई कि इस सत्र के दौरान सभी दलों में एक सकारात्मक सोच देखने को मिलेगी और लोकतंत्र मजबूत हो सकेगा। सरकार ने इस सत्र के लिए नौ नए बिल लिस्ट किए हैं जिनमें ट्रिपल तलाक का अपराध घोषित करना जैसा बिल भी शामिल है। वहीं इस 24 बिल ऐसे हैं जो या तो लोकसभा या फिर राज्यसभा में अटके हैं। संसद के इस शीतकालीन सत्र के हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं।  विपक्ष की पूरी कोशिश होगी कि वह अमित शाह के बेटे जय शाह का मामला और रॉफेल डील के मुद्दे पर सरकार को घेर सके कांग्रेस शीतकालीन सत्र में हुई देरी से पहले से ही नाराज है और ऐसे में वह जीएसटी और नोटबंदी जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी कर चुकी है। लोकसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्रियों पर साजिश करने का आरोप लगाया है और वह इसे साबित करें। कांग्रेस 14 कार्यदिवस वाले इस सत्र में राफेल, किसानों की अनदेखी और चुनाव में पाकिस्तान तक को ले आने पर सवाल उठाने की तैयारी में है।

उपराष्ट्रपति से मिले मनमोहन सिंह  
सत्र से पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू से मुलाकात की। सिंह ने संसद के शीतकालीन सत्र की पूर्व संध्या पर राज्यसभा के सभापति से मुलाकात की। नायडू ने ट्वीट कर इस मुलकात की जानकारी दी। पूर्व प्रधानमंत्री राज्यसभा में असम का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस सप्ताह के शुरू में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मनमोहन पर गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार सुनिश्चित करने के लिए पाकिस्तान से मिलीभगत करने का आरोप लगाया था। मनमोहन ने पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री पर झूठ फैलाने और लांछन लगाने का आरोप लगाया। विपक्षी दल संसद में इस मुद्दे को उठा सकते हैं।

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