प्रदूषण में ग्रेटर नोएडा और गाज़ियाबाद से भी खराब स्थिति में पहुँचा पटना..
जी हाँ.. इसे आफ्टर दीवाली इफ़ेक्ट भी कह सकते है.. अब पटना देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बन चुका है.. ये आँकड़े प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की ओर से जारी हुए है, स्थिति साफ दिख रही है गुरुवार को पी.एम 2.5 का अंक 455 g/m दर्ज किया गया था।
जहरीली गैसे भी पहुँची खतरनाक स्तर पर..
इसके अलावा शहर में नाइट्रोजन डाइऑक्साइड व अन्य हानिकारक गैसों की बहुलता पाई गई है जो खतरनाक स्तर पर पहुँच चुकी है।
नही हुआ निर्देशों का पालन छूटते रहे पटाखें..
जिला प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोख में जिले में आठ से दस बजे तक पटाखे छोड़ने की अनुमति दी थी, इसके अनुपालन के लिए जिलाधिकारी कुमार रवि ने अनुमंडल पदाधिकारीयों व थानेदारों को जिम्मेदारी दी थीं। लेकिन तमाम निर्देशों का असर शहर में कुछ खास नही दिखा, हालात ऐसे थे की देर रात और दीवाली के अगले दिन भी पटाखों के धमाके होते रहे।
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