सृजन घोटाले में सीबीआई को मिले अहम सबूत, हो सकती है गिरफ़्तारी
पटना : सृजन घोटाले की सीबीआई जांच काफी आगे बढ़ गयी है। जांच का दायरा जैसे-जैसे बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे इसमें शामिल लोगों की फेहरिस्त बढ़ती जा रही है और उनके काले कारनामों का पुलिंदा सामने आ रहा है। अब तक की जांच में सीबीआई को कई अहम तथ्य हाथ लगे हैं, जिनमें राजनीतिक हस्तियों से लेकर अधिकारियों की बड़े स्तर पर मिलीभगत सामने आयी है।
सीबीआई जल्द ही कुछ नये आरोपितों की गिरफ्तारी का सिलसिला शुरू करने जा रही है। फिलहाल इसकी शुरुआत राजनीतिक क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले एक मुख्य आरोपित से की जा सकती है। इसके बाद बचे हुए अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी भी हो सकती है। प्राप्त सूचना के अनुसार, सीबीआई की जांच टीम में शामिल एएसपी एसके मल्लिक नयी दिल्ली गये हुए हैं। वे अपने साथ अब तक की जांच से जुड़े तमाम दस्तावेजों को भी साथ लेकर गये हैं। संभावना है कि इन तमाम दस्तावेजों पर संबंधित अधिकारियों से मार्गदर्शन प्राप्त करने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू की जायेगी। यह फाइनल स्टेप हो सकता है आगे की बड़ी कार्रवाई का।
गौरतलब है कि अब तक करीब एक दर्जन सरकारी अधिकारियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। अब तक दो मुख्य आरोपित प्रिया कुमार और उसके पति अमित कुमार की न तो गिरफ्तारी हुई है और न ही इनसे पूछताछ ही हो पायी है। इनकी गिरफ्तारी भी सीबीआई के समक्ष बड़ी चुनौती है।
दर्ज हो सकती अतिरिक्त एफआइआर
अब तक की जांच में सीबीआइ को कई नामचीन के खिलाफ अहम दस्तावेज मिल चुके हैं। इन पर ठोस कार्रवाई के लिए विधिवत तैयारी शुरू की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, सीबीआइ इस मामले में चार-पांच अतिरिक्त एफआइआर भी दर्ज कर सकती है, जिनमें कई अन्य को मुख्य रूप से आरोपित बनाया जा सकता है। अब तक 10 एफआइआर दर्ज की जा चुकी है, जिनमें नौ मामले भागलपुर से और एक मामला सहरसा जिले से जुड़ा हुआ है।
बढ़ाये गये जांच अधिकारी
सीबीआइ ने मामले की गंभीरता व जांच में तेजी लाने के लिए जांच अधिकारियों की संख्या बढ़ा दी है। जांच टीम में दिल्ली से एक एएसपी रैंक के अधिकारी एन महतो को शामिल किया गया है।
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