2गंगा-जमुनी तहजीब का बेजोड़ नमूना

यह गंगा-जमुनी तहजीब का बेजोड़ नमूना है। यहाँ हर धर्म के लोग पहुँचते हैं और दुआएं मांगते हैं। मान्यताओं के अनुसार मखदूम शाह कमाल उद्दीन याहिया मनेरी की दरगाह से कोई खाली हाथ वापस नहीं जाता। मनेर शरीफ में दो दरगाह है मखदमू शाह दौलत की कब्रें बनी हैं। इन कब्रों को बड़ी दरगाह और छोटी दरगाह कहा जाता है।कहा जाता है कि ताज फकीह ने 1180 ई. में खानकाह की बुनियाद रखी।

 

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