3खानकाह की बुनियाद

ताज फकीह अपने चार पुत्रों और एक पोते के साथ यहां आये थे। कुछ समय यहां रुकने के बाद वो वापस बैतुल मुकद्दस चले गये। उनके बाद उनके पुत्र हज़रत शाह एमादुद्दीन इसराइल मनेरी गद्दी पर बैठे। सबसे अधिक प्रसिद्ध ताज फकीह के पोते मखदूम शाह कमाल उद्दीन याहिया मनेरी को मिली। कमाल उद्दीन याहिया मनेरी के बाद नवीं पीढ़ी के संत सैय्यद दौलत मनेरी काफी प्रसिद्ध हुए। खानकाह की बुनियाद से आज तक यहां 44 संत गद्दीनशीं हो चुके हैं। वर्तमान में खानकाह में सैय्यद शाह तारीख इनायतुल्लाह फिरदौसी गद्दीनशीं हैं।यूँ तो यहाँ कई बड़े संतों की दरगाह है लेकिन सबसे प्रसिद्ध दरगाह मखदूम शाह कमाल उद्दीन मनेरी की है। देश में सूफी परंपरा के महान संत कमालुद्दीन याहिया मनेरी अजमेर के ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के समकालीन थे।

 

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